सार
US ने इस्लामिक देश की बैलिस्टिक मिसाइल परियोजना के लिए समान मुहैया करने वाली 4 कंपनी पर बैन लगा दिया है। इसकी सबसे खास बात ये है कि 4 में से 3 कंपनी चीन की थी, जिस पर अमेरिका ने बैन वाला हथौड़ा चलाया है।
भारत-अमेरिका के रिश्तें। मौजूदा वक्त में भारत के दो सबसे बड़े दुश्मन देश पाकिस्तान और चीन है। इन पर भारत हमेशा से कड़ी नजर बनाए रखता है। इसके अलावा भारत के मित्र देश की भी नजरें चीन और पाकिस्तान की गतिविधियों पर बनी रहती है। इसी का नतीजा है कि अमेरिका ने चीन समेत पाकिस्तान के उम्मीदों पर पानी फेरने का काम किया है। US ने इस्लामिक देश की बैलिस्टिक मिसाइल परियोजना के लिए समान मुहैया करने वाली 4 कंपनी पर बैन लगा दिया है। इसकी सबसे खास बात ये है कि 4 में से 3 कंपनी चीन की थी, जिस पर अमेरिका ने बैन वाला हथौड़ा चलाया है।
अमेरिका ने चीनी कंपनी पर कार्रवाई करने का मकसद ये था कि वो अवैध गतिविधियों का समर्थन करने वाले नेटवर्क को बाधित करना था। एक रिपोर्ट के मुताबिक बैन की गई कंपनी में 3 चीन की थी और 1 बेलारूस की थी। इन कंपनियों ने पाकिस्तान के लंबी दूरी के मिसाइल बनाने के अलावा बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रमों पर इस्तेमाल किए जाने वाले सामानों की सप्लाई देती थी। कंपनियां ऐसी गतिविधियों या लेनदेन में शामिल रही हैं, जो पाकिस्तान द्वारा सामूहिक विनाशकारी हथियारों या उनकी वितरण प्रणालियों के प्रसार में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं। इससे पड़ोसी देशों को नुकसान पहुंचाने की आशंका बढ़ जाती है।
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