IPO Calendar: मार्च 2025 में IPO का प्रदर्शन निराशाजनक रहा। निवेशकों की सतर्कता और कम सब्सक्रिप्शन के कारण कई IPO इश्यू प्राइस से नीचे कारोबार कर रहे हैं। क्या ये ट्रेंड आगे भी जारी रहेगा?

Upcoming IPO's: आईपीओ के लिहाज से मार्च, 2025 का महीना बेहद खराब रहा है। मार्च में अब तक मेनबोर्ड और SME दोनों कैटेगरी को मिलाकर 10 कंपनियों ने ही बाजार से पैसा जुटाया है। अगले कुछ दिनों में दो और कंपनियां लिस्ट होने वाली हैं, जिससे ये आंकड़ा 12 तक पहुंच जाएगा। बता दें कि पिछले 2 साल में मार्च महीने में होनेवाली ये सबसे कम मंथली लिस्टिंग। इससे पहले सबसे कम लिस्टिंग अप्रैल, 2023 में हुई थी। तब सिर्फ 10 इश्यू ही लिस्ट हुए थे।

IPO को लेकर काफी सतर्क हुए निवेशक

पिछले 2 महीनों में जिन कंपनियों ने बाजार से फंड जुटाए हैं, उनके इश्यू के लिए खास तौर पर रिटेल निवेशकों की ओर से डिमांड काफी कम रही है। आमतौर पर रिटेल निवेशकों की तरफ से नए इश्यू के लिए काफी मजबूत डिमांड देखी जाती है, लेकिन पिछले साल की तुलना में सब्सक्रिप्शन कम आया है, जो बताता है कि निवेशक आईपीओ को लेकर काफी सतर्क हो गए हैं। मार्च में अब तक मेनबोर्ड और SME सेगमेंट में कुल 10 कंपनियों ने फंड जुटाए हैं, जबकि अगले कुछ दिनों में 2 और कंपनियां लिस्टेड होने वाली हैं। इस तरह ये संख्या 12 तक ही पहुंचेगी।

क्यों घटी नए IPO की डिमांड?

जनवरी, 2025 में IPO की डिमांड ठीकठाक थी और इस महीने 29 लिस्टिंग हुईं। लेकिन फरवरी आते-आते रफ्तार धीमी हो गई क्योंकि ग्लोबल बिजनेस टेंशन ने लोकल इक्विटी में तेज बिकवाली को बढ़ावा दिया, जिससे रिटेल निवेशकों के अरबों डॉलर डूब गए। इसके बाद मार्केट पार्टिसेपेंट्स ने नए निवेश से पहले वेट एंड वॉच का नजरिया अपनाया, जिसके चलते दलाल स्ट्रीट पर नए IPO की मांग काफी कम हो गई।

मार्च में लिस्ट हुए 9 IPO इश्यू प्राइस से नीचे

मार्च, 2025 में अब तक लिस्ट हुईं 10 में से 9 आईपीओ वर्तमान में अपने इश्यू प्राइस से नीचे कारोबार कर रहे हैं, जो बिडिंग पीरियड के दौरान कमजोर सब्सक्रिप्शन लेवल को बताता है। पिछले रुझानों के उलट किसी भी कंपनी में निवेशकों की भारी दिलचस्पी देखने को नहीं मिली। 8 आईपीओ में सब्सक्रिप्शनल लेवल 1 से दोगुना के बीच देखा गया, जबकि अन्य दो को क्रमशः 3.8 गुना और 5.1 गुना तक सब्सक्राइब किया गया।

मार्च में एक भी IPO को नहीं मिला 100 गुना सब्सक्रिप्शन

ट्रेंडलाइन डेटा के मुताबिक, मार्च के महीने में आईपीओ का बेहद सुस्त रिस्पांस मुख्य रूप से रिटेल निवेशकों की कम भागीदारी के चलते रहा। किसी भी इश्यू को 100 गुना सब्सक्रिप्शन नहीं मिला, जो पिछले कुछ महीनों से बिल्कुल उलट है। फरवरी 2025 में दो आईपीओ 100 गुना के आंकड़े को पार करने में सफल रहे, जबकि, जनवरी में 29 में से 21 आईपीओ में रिटेल सेक्टर में 100 गुना से 950 गुना के बीच सब्सक्रिप्शन रेट रहा।

60 में से 43 IPO अपने इश्यू प्राइस से नीचे

मार्च 2025 में श्रीनाथ पेपर प्रोडक्ट्स सबसे कमजोर परफॉर्म करने वाले स्टॉक के रूप में उभरा है, जो अपने आईपीओ प्राइस से 60% डिस्काउंट पर कारोबार कर रहा है। इसके बाद पीडीपी शिपिंग एंड प्रोजेक्ट्स और एनएपीएस ग्लोबल हैं। दोनों अपने इश्यू मूल्य से 40% नीचे कारोबार कर रहे हैं। न्यूक्लियस ऑफिस सॉल्यूशंस, सुपर आयरन फाउंड्री, पारादीप परिवहन और डिवाइन हीरा ज्वैलर्स जैसे अन्य स्टॉक अपने आईपीओ मूल्य से 20% से 30% नीचे हैं। कुल मिलाकर, 2025 में अब तक 60 में से 43 आईपीओ अपने इश्यू प्राइस से नीचे कारोबार कर रहे हैं।