नगर पालिका, नगर पंचायत के अध्यक्ष पदों के प्रत्याशियों की सूची जारी करने के बाद रात में मेयर प्रत्याशियों की सूची भी जारी कर दी गई।
समाजवादी पार्टी ने महापौर प्रत्याशियों में से अभी तक किसी भी यादव को कोई टिकट नहीं दिया है। इसके साथ ही पार्टी ने जातीय समीकरण करने के साथ ही खास रणनीति भी तैयार की है।
माफिया अतीक और अशरफ के शूटर को पहचानने में कासगंज पुलिस से इसलिए गलती हुई क्योंकि प्रयागराज से अधूरा इनपुट मिला था। जब दोबारा इनपुट मिला तो पुलिस आरोपी के घर पहुंची।
प्रयागराज सहित कई इलाकों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। वारदात के बाद से ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लगातार हाईलेवल मीटिंग्स कर रहे हैं। माफिया से राजनीतिज्ञ बने अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या से जुड़े अपडेट्स...
माफिया अतीक अहमद की हत्या करने वाले लवलेश की मां का रो-रोकर बुरा हाल है। उनका कहना है कि बेटा रोज मंदिर जाता था। उन्हें कभी भी ऐसा नहीं लगा कि बेटा किसी की हत्या कर सकता है।
यूपी निकाय चुनाव को लेकर भाजपा की ओर से प्रत्याशियों के नामों की लिस्ट जारी की गई है। इस लिस्ट में कई जनपदों के प्रत्याशियों के नामों का ऐलान कर दिया गया है।
माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की सरेआम गोली मारकर हत्या की गई। हालांकि अतीक अहमद ने 19 साल पहले ही अपनी मौत को लेकर भविष्यवाणी कर दी थी।
अतीक अहमद और अशरफ की हत्या जिगाना पिस्टल से हुई थी। इस पिस्टल से बिना रुके 15 गोलियां चलाई जा सकती है। पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई द्वारा इसकी तस्करी भारत में की जाती है।
माफिया अतीक अहमद और अशरफ की हत्या के बाद सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के द्वारा सवाल उठाए गए हैं। ज्ञात हो कि इससे पहले भी विधानसभा में उनके द्वारा सीएम योगी के सामने मिट्टी में मिलाने के बयान पर सवाल उठाए गए थे।
माफिया अतीक अहमद और अशरफ की हत्या के मामले में पुलिस की ओऱ से एक एफआईआर दर्ज की गई है। इसको लेकर थाना प्रभारी की ओऱ से तहरीर दी गई। हत्यारों ने बताया कि पहचान बनाने के लिए उन्होंने इस घटना को अंजाम दिया।