सहायता समूह
(Search results - 4)ChhattisgarhNov 30, 2020, 11:47 AM IST
सक्सेस स्टोरी: कभी दो वक्त की रोटी को परेशान थीं ये किसान महिलाएं, आज अमेरिका तक पहुंच
जांजगीर, छत्तीसगढ़. 'जहां चाह-वहां राह!' इस समय देश में किसान आंदोलन कर रहे हैं। उन्हें आशंका है कि नए कृषि कानून से उनकी फसल का मूल्य ठीक से नहीं मिलेगा। यह हुई किसानों की एक समस्या। हम आपको मिलवाते हैं ऐसी महिला किसानों से जिनकी फसल की अमेरिका, आस्ट्रेलिया और कनाडा जैसे देशों में डिमांड है। ये महिलाएं जैविक खेती से मशरूम उगाती हैं। यह कच्चा मशरूम और उसका पाउडर 2000 रुपए किलो तक में बिक रहा है। एक समय था, जब ये महिलाएं दो वक्त की रोटी को परेशानी थीं, लेकिन आज खुशहाल हैं। यह कहानी है जिले के बलौदा ब्लॉक के बेहराडीह ग्राम पंचायत की। यहां स्व सहायता समूहों के जरिये महिलाएं मशरूम उत्पादन से जुड़ी हैं। जिले में करीब 7 हजार स्व सहायता महिला समूह काम कर रहे हैं। यहां के मशरूम की क्वालिटी इतनी बेहतर है कि उनकी डिमांड बड़े होटलों में अधिक है। आगे पढ़ें इसी सफलता की कहानी...
Uttar PradeshOct 22, 2020, 5:33 AM IST
स्वयं सहायता समूह बने गरीब महिलाओं की आर्थिक आत्म निर्भरता का जरिया, सीएम योगी ने की सराहना
कोरोना काल में रोजी रोटी के लिए संघर्ष कर रहे हजारों परिवारों को सूबे की योगी सरकार ने स्वयं सहायता समूह का सहारा दिया है। प्रदेश में 371777 स्वयं सहायता समूह बना कर सरकार ने हजारों महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में मजबूती से काम किया है।
DelhiFeb 8, 2020, 2:16 PM IST
प्रियंका गांधी के बेटे ने पहली बार किया वोट, वायरल हुई यह तस्वीर, चारपाई पर बैठकर खाते हुए आए नजर
दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों पर मतदान हो रहा है। इस दौरान प्रियंका गांधी के बेटे रेहान राजीव वाड्रा ने पहली बार मतदान किया। उन्होंने लोधी एस्टेट में बूथ नंबर 114 पर अपना वोट दिया। रेहान ने वोट देने के बाद कहा कि दिल्ली में पब्लिक ट्रांसपोर्ट एक बड़ी समस्या है। रेहान के वोट देने के बाद उनकी कुछ पुरानी तस्वीरें वायरल होने लगी हैं। यह तस्वीर साल जुलाई 2015 की है। जब वह अपने दो दोस्त के साथ अमेठी पहुंचे थे। उन्होंने चारपाई पर मच्छरदानी में रात भी बिताई। रात में 10 बजे सोने के बाद रेहान अगले दिन सुबह 9 बजे उठे थे।
BusinessDec 30, 2019, 2:24 PM IST
फ्लिपकार्ट, अमेजन ने किया करार; अब इंटरनेट के जरिए बिकेगा गरीब लोगों का हुनर
उन्होंने मिशन द्वारा आयोजित कार्यशाला में कहा कि इन समूहों में प्रशिक्षित लोगों द्वारा बनाए गए हथकरघा सहित रोज़मर्रा की ज़रूरतों से जुड़े उत्पादों की बिक्री अब ऑनलाइन भी की जा सकेगी। इससे ग़रीबों के हुनर को ना सिर्फ़ अंतरराष्ट्रीय मंच मिलेगा बल्कि इन्हें इनके उत्पादों की उचित क़ीमत भी मिल सकेगी।