सीबीआई ने एबीजी शिपयार्ड घोटाला मामले में ऋषि अग्रवाल को गिरफ्तार किया है। उन पर 22000 करोड़ के बैंकिंग फ्रॉड का आरोप है।
एजेंसी एबीजी शिपयार्ड लिमिटेड और उसके पूर्व निदेशकों ऋषि अग्रवाल, संथानम मुथुस्वामी और अश्विनी कुमार की जांच कर रही है, जिन पर 22,842 करोड़ रुपये में से 28 बैंकों को धोखा देने का आरोप लगाया गया है।
एबीजी शिपयार्ड ने भारतीय स्टेट बैंक, केंद्रीय जांच ब्यूरो, या सीबीआई सहित 28 बैंकों के बकाया 22,842 करोड़ रुपये के ऋण लेकिन धोखाधड़ी की है। एबीजी शिपयार्ड ने कम से कम 98 संबंधित कंपनियों को धन दिया।
केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने शनिवार को एबीजी शिपयार्ड और उसके निदेशकों ऋषि अग्रवाल, संथानम मुथुस्वामी और अश्विनी कुमार के खिलाफ 28 बैंकों से 22,842 करोड़ रुपये की कथित धोखाधड़ी (bank fraud) का मामला दर्ज किया है। शिपयार्ड गुजरात के दहेज और सूरत में स्थित हैं।
भारतीय स्टेट बैंक की एक शिकायत के अनुसार, कंपनी पर बैंक का ₹ 2,925 करोड़ बकाया है। इसके अलावा ICICI बैंक का ₹ 7,089 करोड़, IDBI बैंक का ₹ 3,634 करोड़, बैंक ऑफ़ बड़ौदा का ₹ 1,614 करोड़, PNB का ₹ 1,244 और आईओबी का ₹ 1,228 करोड़ का बकाया है।