एएनएम ने बताया कि डॉक्टर ने कहा कि चार दिन और ड्यूटी कर लो उसके बाद दूसरी एएनएम की तैनाती हो जाएगी। लेकिन, वो कहती हैं कि उन्हें शिकायत किसी से नहीं है। हाईवे पर धूप में वह अपनी एक साथी के साथ तमाम लोगों को लगातार चेकअप कर रही हैं।
प्रसव पीड़ा को दुनिया का सबसे कठिन कष्ट माना जाता है। इस समय प्रसूता की जान आधी निकल चुकी होती है। ऐसे में उसे होश तक नहीं होता। इस समय में डॉक्टर व मेडिकल टीम के अन्य स्टाफ से सहयोग और सेवा की अपेक्षा होती है। लेकिन जमुई के सरकारी अस्पताल में एक प्रसूता के एएनएम द्वारा गर्भवती को पिटने का मामला सामने आया है।