Bihar Assembly Elections2020
(Search results - 8)Bihar ElectionNov 7, 2020, 8:19 PM IST
एग्जिट पोल: बिहार में NDA को नुकसान, JDU रेस में पिछड़ी, RJD के बाद BJP दूसरी बड़ी पार्टी
243 विधानसभा सीटों के लिए हुए चुनाव को लेकर कई एग्जिट पोल सामने आ चुके हैं। इस बार बीजेपी को जबरदस्त फायदा मिलता दिख रहा है। ऐसा पहली बार है जब लगभग सभी पोल्स में बीजेपी, सहयोगी दल जेडीयू से भी बड़ा दल बनकर सामने है।
Bihar ElectionNov 7, 2020, 5:52 PM IST
बिहार में फंस गए नीतीश कुमार, BJP फायदे में, 2 एग्जिट पोल्स में तेजस्वी यादव की सरकार
एनडीए में जेडीयू, बीजेपी, हिन्दुस्तानी अवामी मोर्चा और विकासशील इंसान पार्टी शामिल है। सीएम फेस नीतीश कुमार हैं। जबकि महागठबंधन में आरजेडी, कांग्रेस, सीपीआई, सीपीआई एमएल और सीपीएम शामिल हैं। सीएम का फेस लालू यादव के बेटे तेजस्वी यादव हैं।
Bihar ElectionNov 7, 2020, 3:19 PM IST
किसी का भी खेल बना या बिगाड़ सकती हैं ये 7 विधानसभा सीटें, 1000 से भी कम मतों से हुआ था हार-जीत का फैसला
पटना। बिहार विधानसभा चुनाव में तीन चरणों के तहत 243 विधानसभा सीटों पर चुनाव हो रहे हैं। इस बार चुनाव का पेंच काफी उलझा हुआ है। राजनीति और गठबंधनों का स्वरूप ही कुछ इस तरह है कि किसी भी तरह का पूर्वानुमान लगाना मुमकिन नहीं है। दरअसल, पिछली बार बिहार के बड़े दलों के गठबंधन का स्वरूप अलग था। पिछली बार महागठबंधन में जेडीयू, आरजेडी और कांग्रेस शामिल थीं। इस बार महागठबंधन में आरजेडी कांग्रेस के साथ सीपीआई एमएल, सीपीआई और सीपीएम शामिल हैं। इसी तरह एनडीए में इस बार बीजेपी, वीआईपी और हम के साथ जेडीयू है। एलजेपी अकेले चुनावी मैदान में हैं। 2015 में गठबंधन के बदले स्वरूप में 7 विधानसभा सीटों पर बहुत रोचक मुक़ाबला हुआ था। ये बिहार की वो सीटें हैं जहां 1000 से भी कम मतों से हार जीत का फैसला हुआ। बदले राजनीतिक माहौल में इन 8 विधानसभा सीटों के नतीजे किसी का भी खेल बना या बिगाड़ सकती हैं। ये सीटें बताती हैं कि लोकतांत्रिक प्रक्रिया में एक वोट की कीमत क्या होती है। आइए जानते हैं बिहार की इन सीटों के नतीजों के बारे में...
Bihar ElectionNov 7, 2020, 2:28 PM IST
पूर्णिया में बवाल: एक जगह सुरक्षाबलों से उलझे ग्रामीण, दूसरी जगह आरजेडी नेता के भाई को मारी गोली
तीसरे चरण के तहत 78 सीटों पर वोट डाले जा रहे हैं। इनमें पूर्णिया जिले की 7 विधानसभा सीटें भी शामिल हैं। पूर्णिया जिले की एक पोलिंग बूथ पर झड़प की खबर सामने आ रही हैं। ग्रामीणों ने दावा किया कि यहां झड़प के बाद कुछ राउंड फायरिंग भी हुई है।
Bihar ElectionNov 7, 2020, 11:27 AM IST
इस सीट से लड़ रही हैं 27 साल की करोड़पति कोमल सिंह, सिर्फ 3 घंटे में ही हुआ रिकॉर्ड 25% मतदान
मुजफ्फरपुर/पटना। बिहार में इस बार 243 विधानसभा सीटों पर कई धाकड़, हाई प्रोफाइल और युवा प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं। इन्हीं में एक नाम कोमल सिंह का है। 27 साल की इस उम्मीदवार की कमाई करोड़ों में है। चिराग पासवान की लोकजनशक्ति पार्टी ने इन्हें मुजफ्फरपुर जिले की गायघाट विधानसभा सीट से उम्मीदवार बनाया है। कोमल की सीट तीसरे फेज में है। 7 नवंबर को यहां भी वोट डाले जा रहे हैं। इस सीट ने शुरुआती वोटिंग को लेकर रिकॉर्ड बना दिया है। लोकल रिपोर्ट्स के मुताबिक बिहार में इस विधानसभा सीट पर शुरुआती तीन घंटे में ही रिकॉर्ड वोट पड़े हैं। सुबह 9 बजे तक यहां करीब 25% रिकॉर्ड मतदान हुआ। तीसरे फेज की अन्य सभी 78 सीटों को देखें तो सुबह 9 बजे तक उनका औसत 7.69 प्रतिशत है। कोमल सिंह यहां पहली बार चुनाव लड़ रही हैं। आइए कोमल सिंह का फैमिली बैकग्राउंड और उनकी करोड़ों में कमाई का राज जानते हैं।
Bihar ElectionNov 7, 2020, 10:27 AM IST
अमित शाह से राबड़ी देवी तक, इन स्टार प्रचारकों ने नहीं की रैलियां, लालू यादव रहे पूरी तरह गायब
पटना। बिहार में आज आखिरी चरण की वोटिंग हो रही है। तीन चरणों के कैम्पेन में कई दिग्गज प्रचार करने बिहार में आए। लेकिन बिहार की रैलियों के कई जाने-पहचाने चेहरे इस बार नहीं दिखे। प्रशंसकों को उनकी कमी खली। इनमें सभी दलों के स्टार कैम्पेनर शामिल हैं। इनमें सबसे बड़ा नाम लालू यादव का है। आरजेडी चीफ लालू यादव पिछले चार दशक से बिहार की राजनीति का एक सबसे मजबूत सिरा हैं और उनके इर्दगिर्द ही राजनीति होती है। लेकिन इस बार लालू चुनावों में नजर नहीं आए। इसकी वजह भ्रष्टाचार के मामले में उनका जेल में बंद होना है। लालू इस वक्त रांची में जेल की सजा काट रहे हैं। वैसे एक स्ट्रेटजी के तहत लालू की तस्वीरों को भी आरजेडी ने बिहार में हाई लाइट नहीं किया।
Bihar ElectionSep 7, 2020, 9:38 AM IST
पत्नी ऐश्वर्या के 'डर' से भागे तेजप्रताप यादव, मौजूदा सीट छोड़ लालू के लाल यहां से कर रहे चुनाव लड़ने की तैयार
वैशाली के महुआ सीट से समस्तीपुर के हसनपुर क्षेत्र की दूरी 90 किमी है। क्षेत्र का सामाजिक समीकरण भी महुआ की तरह है। वहां भी यादव व कुशवाहा की बहुलता है। तेजप्रताप महुआ क्यों छोड़ना चाह रहे, बड़ा सवाल है। पिछले चुनाव में हसनपुर से जदयू जीता था। जदयू-राजद-कांग्रेस गठजोड़ में सीट जदयू को मिली थी।
BiharAug 30, 2020, 2:02 PM IST
...तो इसलिए भाई से मिलने पहुंचे तेजस्वी,जेपी नड्डा ने BJP सांसदों को दिया कठिन टास्क के साथ विजय का ये मंत्र
विधानसभा चुनाव में भाजपा उम्मीदवारों के साथ सहयोगी दलों के उम्मीदवारों की जीत भी आवश्यक है। इसके लिए सहयोगी दलों के साथ बेहतर समन्वय बनाकर काम करना होगा। हमारा सामूहिक प्रयास हमारी सफलता सुनिश्चित करेगा। सांसदों को पंचायत जाकर उन्हें वोटरों से एक-एक कर मिलना है और उनकी बातें सुननी हैं।