वैज्ञानिकों के साथ बातचीत करते हुए श्री नायडू ने कहा कि महामारी ने अभूतपूर्व स्वास्थ्य संकट पैदा कर दिया है और दुनिया भर में जीवन और आजीविका को बुरी तरह प्रभावित किया है। अब आगे बढ़ने और कोविड-19 के उपचार और प्रबंधन के लिए विभिन्न स्वदेशी उत्पादों को विकसित करने के लिए डीआईपीएएस और अन्य डीआरडीओ प्रयोगशालाओं को और बेहतर प्रयास करने चाहिए।