Ekadashi
(Search results - 100)Aisa KyunJan 8, 2021, 10:55 AM IST
9 जनवरी को इस विधि से करें सफला एकादशी व्रत, घर में बनी रहेगी सुख-समृद्धि
धर्म ग्रंथों के अनुसार, पौष मास के कृष्णपक्ष की एकादशी को सफला एकादशी कहते हैं। इस बार यह एकादशी 9 जनवरी, शनिवार को है। इस व्रत को करने से भगवान श्रीकृष्ण बहुत प्रसन्न होते हैं और घर-परिवार में सुख-समृद्धि बनी रहती है।
UpayDec 25, 2020, 10:48 AM IST
मोक्षदा एकादशी: घर की सुख-समृद्धि के लिए आज करें इनमें से किसी 1 मंत्र का जाप
उज्जैन. अगहन मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को मोक्षदा एकादशी कहते हैं। इस बार ये एकादशी 25 दिसंबर, शुक्रवार को है। धर्म ग्रंथों के अनुसार, इसी दिन भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को कुरुक्षेत्र के मैदान में गीता का उपदेश दिया था। गीता मोक्ष प्रदान करती है, इसलिए इस एकादशी का नाम मोक्षदा है। इस दिन मुख्य रूप से भगवान श्रीकृष्ण की पूजा की जाती है। इस दिन कुछ खास मंत्रों का जाप करने से भी भगवान श्रीकृष्ण की कृपा बनी रहती है। ये मंत्र इस इस प्रकार हैं-
Aisa KyunDec 24, 2020, 11:02 AM IST
मोक्षदा एकादशी 25 दिसंबर को, इस विधि से करें व्रत और पूजा, मोक्ष प्रदान करती है ये तिथि
उज्जैन. मार्गशीर्ष (अगहन) मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को मोक्षदा एकादशी कहते हैं। इस दिन भगवान श्रीकृष्ण को प्रसन्न करने के लिए व्रत किया जाता है। इस बार मोक्षदा एकादशी 25 दिसंबर, शुक्रवार को है। धर्म ग्रंथों के अनुसार, इसी तिथि को भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को गीता का ज्ञान दिया था, जो मोक्ष प्रदान करता है। इसी कारण इस एकादशी को मोक्षदा एकादशी कहते हैं। इसकी विधि इस प्रकार है-
Aisa KyunDec 10, 2020, 3:11 PM IST
उत्पन्ना एकादशी: जानें 11 दिसंबर को किस विधि से करें भगवान श्रीकृष्ण की पूजा
मार्गशीर्ष यानी अगहन मास भगवान श्रीकृष्ण की भक्ति का महीना है। इस मास में श्रीकृष्ण की विशेष पूजा अर्चना का काफी महत्व है। इस महीने के कृष्ण पक्ष की एकादशी को उत्पन्ना एकादशी कहते हैं।
UpayDec 10, 2020, 1:52 PM IST
11 दिसंबर को शुक्रवार और एकादशी का योग, इन 5 उपायों से दूर हो सकती है आपकी परेशानियां
इस बार 11 दिसंबर, शुक्रवार को उत्पन्ना एकादशी है। एकादशी भगवान विष्णु की तिथि है और शुक्रवार माता लक्ष्मी का दिन। ज्योतिषाचार्य पं. प्रवीण द्विवेदी के अनुसार, इस बार एकादशी और शुक्रवार के शुभ योग में यदि देवी लक्ष्मी और भगवान विष्णु को प्रसन्न करने के लिए कुछ खास उपाय किए जाएं तो हर मनोकामना पूरी हो सकती है।
Aisa KyunDec 1, 2020, 12:13 PM IST
दिसंबर में होगा साल का अंतिम सूर्यग्रहण, जानिए किस दिन कौन-सा पर्व मनाया जाएगा
मंगलवार से अंग्रेजी कैलेंडर का अंतिम महीना दिसंबर शुरू हो गया है। इसी दिन से हिन्दी पंचांग का अगहन मास शुरू हुआ है। जानिए इस माह में कब कौन से खास पर्व आ रहे हैं ।
JyotishNov 26, 2020, 12:21 PM IST
साल 2021 में जनवरी से मार्च के बीच में सिर्फ 1 शुभ मुहूर्त, कुल 51 दिन हो सकेंगे मांगलिक कार्य
देवउठनी एकादशी (25 नवंबर) से विवाह आदि मांगलिक कार्य शुरू हो चुके हैं। कोरोना के कारण मार्च से जून तक जो विवाह टल गए थे, वे इस समय हो रहे हैं। ज्योतिषाचार्य पं. गणेश मिश्र के अनुसार, नवंबर के बाद दिसंबर में विवाह के लिए 5 मुहूर्त रहेंगे। 11 दिसंबर इस साल का आखिरी मुहूर्त होगा।
JyotishNov 25, 2020, 10:19 AM IST
3 शुभ योग में मनेगा देवप्रबोधिनी एकादशी का पर्व, जानिए इस दिन से जुड़ी परंपराएं
आज (25 नवंबर, बुधवार) देवप्रबोधिनी एकादशी है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, आषाढ़ महीने के शुक्लपक्ष की एकादशी यानी देवशयनी एकादशी पर भगवान विष्णु सो जाते हैं। इसके बाद देवप्रबोधिनी यानी कार्तिक माह की शुक्ल पक्ष एकादशी को क्षीरसागर में चार महीने की योगनिद्रा के बाद भगवान विष्णु इस दिन उठते हैं। भगवान के जागने से सृष्टि में तमाम सकारात्मक शक्तियों का संचार होने लगता है।
UpayNov 24, 2020, 1:57 PM IST
घर में सुख-समृद्धि बनाए रखने के लिए रोज करें भगवान शालिग्राम की पूजा
उज्जैन. देवप्रबोधिनी एकादशी (25 नवंबर) पर भगवान शालिग्राम की पूजा विशेष रूप से की जाती है। शालिग्राम नेपाल की गंडकी नदी के तल में मिलते हैं। ये काले रंग के चिकने, अंडाकार होते हैं। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. मनीष शर्मा के अनुसार शालिग्राम शिला को भगवान विष्णु का अवतार माना जाता है। रोज इनकी पूजा करने से घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है। जानिए भगवान शालिग्राम की पूजा से जुड़ी कुछ खास बातें-
Aisa KyunNov 24, 2020, 12:56 PM IST
25 नवंबर को नींद से जागेंगे भगवान विष्णु, इस विधि से करें पूजा, जानें इसका महत्व और कथा
कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को देवप्रबोधिनी एकादशी कहते हैं। धर्म ग्रंथों के अनुसार, देवप्रबोधिनी एकादशी के दिन ही भगवान विष्णु चार महिनों की नींद से जागते हैं। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा का विशेष महत्व है। इस बार देवप्रबोधिनी एकादशी का पर्व 25 नवंबर, बुधवार को है।
UpayNov 23, 2020, 8:12 PM IST
देव एकादशी के दिन करें इन 7 कामों में से सिर्फ 1 काम... इन आसान उपायों से कभी लौटकर नहीं आएंगे बुरे दिन
वीडियो डेस्क। कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को देवप्रबोधिनी एकादशी कहते हैं। इस बार ये एकादशी 25 नवंबर, बुधवार को है। मान्यता है कि भगवान विष्णु इस दिन नींद से जागते हैं। यही कारण है इस दिन से शुभ कार्यों की शुरूआत की जाती है। इस पर्व को देव दिवाली भी कहते हैं। ग्रंथों के अनुसार, अगर इस दिन कुछ विशेष काम किए जाएं तो सभी देवी-देवताओं की कृपा हम पर बनी रहती हैं। ये काम इस प्रकार हैं-
Aisa KyunNov 23, 2020, 1:34 PM IST
ये 6 काम करने से जीवन में बनी रहेगी सुख-समृद्धि, हो सकती है हर परेशानी
उज्जैन. सुखी और श्रेष्ठ जीवन के लिए शास्त्रों में कई नियम और परंपराएं बताई गई हैं। इन नियमों और परंपराओं का पालन करने पर अक्षय पुण्य के साथ ही धन-संपत्ति की प्राप्त होती है, भाग्य से संबंधित बाधाएं दूर हो सकती हैं। यहां जानिए एक श्लोक जिसमें 6 ऐसे काम बताए गए हैं, जिन्हें करने से आपकी हर परेशानी दूर हो सकती है…
विष्णुरेकादशी गीता तुलसी विप्रधेनव:।
असारे दुर्गसंसारे षट्पदी मुक्तिदायिनी।।इस श्लोक में 6 बातें बताई गई हैं, जिनका ध्यान दैनिक जीवन में रखने पर सभी प्रकार की बाधाएं दूर हो सकती हैं।
UpayNov 23, 2020, 12:28 PM IST
25 नवंबर को नींद से जागेंगे भगवान, करें ये 7 आसान काम, दूर होंगे बुरे दिन और घर आएगी खुशियां
कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को देवप्रबोधिनी एकादशी कहते हैं। इस बार ये एकादशी 25 नवंबर, बुधवार को है। मान्यता है कि भगवान विष्णु इस दिन नींद से जागते हैं। यही कारण है इस दिन से शुभ कार्यों की शुरूआत की जाती है।
Aisa KyunNov 22, 2020, 11:06 AM IST
देवप्रबोधिनी एकादशी 25 नवंबर को, इस दिन किया जाता है तुलसी-शालिग्राम विवाह, जानिए इससे जुड़ी कथा
इस बार 25 नवंबर, बुधवार को देवउठनी एकादशी है। मान्यता के अनुसार, इस दिन भगवान विष्णु नींद से जागते हैं तथा शुभ कामों की शुरुआत होती है। देवउठनी एकादशी से जुड़ी कई परंपराएं हैं। ऐसी ही एक परंपरा है तुलसी-शालिग्राम विवाह की। ये परंपरा कैसे शुरू हुई, इससे जुड़ी कथा ब्रह्मवैवर्त पुराण में मिलती है
Aisa KyunNov 10, 2020, 11:50 AM IST
रमा एकादशी: सौभाग्य बढ़ाने के लिए 11 नवंबर को इस विधि से करें पूजा और व्रत
कार्तिक मास के कृष्णपक्ष की एकादशी को रमा एकादशी के नाम से जाना जाता है। इस दिन व्रत रख भगवान श्रीकृष्ण की पूजा की जाती है। इस बार यह एकादशी 11 नवंबर, बुधवार को है।