रूसी राजदूत ने कहा कि हमारा विचार है कि सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्य के रूप में भारत मुख्य रूप से वैश्विक स्तर पर दक्षिण के देशों के हितों पर केंद्रित एजेंडे के साथ-साथ संतुलन को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण योगदान दे सकता है।
विदेश मंत्रालय (MEA) के प्रवक्ता अरिंदम बागची (Arindam Bagchi) ने बताया कि रूसी राष्ट्रपति पुतिन की यात्रा से पहले दोनों देशों के रक्षा और विदेश मामलों के मंत्रियों की भी मीटिंग होनी है। यह मीटिंग भी छह दिसंबर को नई दिल्ली में ही है।