पुलिस अफसर को अस्पताल में भर्ती कराया गया लेकिन काफी कोशिशों के बावजूद उनको बचाया नहीं जा सका। इस हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन टीआरएफ ने ली है।
अल्ताफ और मुदासिर के परिवारों ने कहा कि उन्होंने कई बार पुलिस थाने का दौरा किया और मांग की कि शव उन्हें वापस कर दिए जाएं लेकिन उन्हें मना कर दिया गया।
जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के हमले से निपटने के लिए अब सुरक्षा बलों को फ्री हैंड कर दिया गया है। आतंकियों के खिलाफ पुंछ और राजौरी जिलों के वन क्षेत्र में आतंकवादियों के खिलाफ ऑपरेशन चलाया जा रहा है।
आतंकी हमले के बाद सेना ने मोर्चा संभाल लिया और है। हॉस्पिटल पर हमला करने के बाद आतंकियों ने सुरक्षाबल के जवानों पर भी गोलियां बरसाईं। जिसके बाद जवानों ने जवाबी कार्यवाही की।