Kushgrahani Amavasya 2023: हिंदू धर्म में अमावस्या तिथि को बहुत ही खास गया है। इसके स्वामी पितृ देवता हैं, इसलिए इस तिथि पर पितरों को प्रसन्न करने के लिए श्राद्ध, तर्पण आदि किया जाता है। इस बार भाद्रपद मास की अमावस्या 2 दिन रहेगी।
Kushgrahani Amavasya 2022: इस बार भाद्रपद मास की अमावस्या 2 दिन रहेगी। 26 अगस्त, शुक्रवार को श्राद्ध अमावस्या और 27 अगस्त, शनिवार को कुशग्रहणी अमावस्या का योग इस बार बन रहा है। कुछ धर्म ग्रंथों में इसे कुशोत्पाटिनी अमावस्या भी कहा गया है।
6 सितंबर, सोमवार को भाद्रपद मास की अमावस्या है। इसे कुशग्रहणी (Kushagrahani Amavasya 2021) और कुशोत्पाटिनी अमावस्या के नाम से जाना जाता है। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. मनीष शर्मा के अनुसार पुरातन समय में इस तिथि पर वर्ष भर में किए जाने वाले धर्म-कर्म के लिए कुश यानी एक प्रकार की घास का संग्रह किया जाता था।