Mahakal Lok: 11 अक्टूबर, मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उज्जैन में महाकाल लोक का लोकार्पण किया। इसके पहले उन्होंने भगवान महाकालेश्वर का पूजन किया। इस दौरान उनके साथ मध्य प्रदेश के राज्यपाल मांगू भाई पटेल भी थे।
महाकालेश्वर में महाकाल लोक का उद्घाटन करने के लिए पीएम मोदी उज्जैन पहुंच चुके हैं। शाम 7 बजे 200 संतों की मौजूदगी में उन्होंने 'महाकाल लोक' का लोकार्पण किया। इस दौरान लोकार्पण कार्यक्रम को क्षिप्रा के तट पर दिखाने के लिए बड़ी स्क्रीन भी लगाई गई हैं। यहां करीब एक लाख लोगों ने इसे देखा।
Mahakal Lok: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) 11 अक्टूबर, मंगलवार को उज्जैन में बने महाकाल लोक का लोकार्पण किया। इसके पहले उन्होंने बाबा महाकाल की पूजा की और गर्भगृह में बैठकर मंत्रों का जाप भी किया।
काशी कॉरिडोर के बाद अब 11 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उज्जैन के महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग में बने 'महाकाल लोक' का लोकार्पण किया। पीएम मोदी ने मंगलवार शाम 7 बजे 200 संतों और 60 हजार लोगों की मौजूदगी में महाकाल लोक को देश को समर्पित किया। 856 करोड़ की लागत से बने महाकाल लोक की भव्यता देखते ही बनती है।
काशी के विश्वनाथ कॉरिडोर की तर्ज पर 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक यानी उज्जैन के महाकालेश्वर में 'महाकाल लोक' (Mahakal Lok) का पहला फेज पूरा हो चुका है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 11 अक्टूबर, मंगलवार को इसका लोकार्पण कर देश को समर्पित करेंगे। आइए जानते हैं क्या है महाकाल लोक और कैसी है इसकी भव्यता।
Mahakal Lok: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 17 अक्टूबर, मंगलवार को उज्जैन में महाकाल लोक का लोकार्पण करेंगे। इसके बाद पीएम मोदी जनसभा को संबोधित करेंगे। पीएम का ये पूरा कार्यक्रम 40 देशों में लाइव दिखाया जाएगा।
Mahakal Lok: उज्जैन में हर 12 साल में कुंभ का मेला आयोजित होता है। इसे सिंहस्थ भी कहा जाता है। देश में सिर्फ 4 स्थानों पर ही ये धार्मिक मेला लगता है। इन चारों का ही महत्व धर्म ग्रंथों में बताया गया है।
Mahakal Lok: उज्जैन को वैसे तो धार्मिक नगरी के तौर पर देखा जाता है, लेकिन यहां कुछ ऐसी चीजें भी मिलती हैं जो अन्य किसी स्थान पर देखने को नहीं मिलती। साथ ही खाने-पीने की कुछ चीजें भी बहुत प्रसिद्ध है।
Mahakal Lok: 11 अक्टूबर, मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उज्जैन में बने महाकाल लोक का लोकार्पण करेंगे। इस कार्यक्रम में अलग-अलग प्रदेशों की सांस्कृतिक झलक भी देखने को मिलेगी। कई राज्यों के कलाकार यहां प्रस्तुति देंगे।
Mahakal Lok: मंदिरों का शहर उज्जैन। यहां एक नई कई ऐसे मंदिर हैं, जिनके साथ कोई-न-कोई प्राचीन परंपरा जुड़ी है, जो इन्हें और भी खास बनाती है। यही कारण है कि इसे मध्य प्रदेश की धार्मिक राजधानी भी कहा जाता है।