आजकल में दक्षिणी गुजरात, दक्षिणी राजस्थान, तटीय कर्नाटक, विदर्भ, तेलंगाना, दक्षिणी मध्य प्रदेश और उत्तराखंड में एक या दो स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है।
सिक्किम, कर्नाटक, कर्नाटक और केरल के कुछ हिस्सों को छोड़कर फिलहाल देश के बाकी राज्यों में भारी बारिश का कोई अलर्ट नही है। हालांकि IMD और निजी मौसम एजेंसी स्काईमेट वेदर ने अगले दो-तीन दिन बाद फिर से भारी बारिश की अलर्ट जारी किया गया है।
दक्षिण पश्चिम मानसून देश के अधिकांश राज्यों में बारिश करा रहा है। IMD की रिपोर्ट के अनुसार, आजकल में पूर्वी उत्तर प्रदेश, गुजरात, दक्षिणपूर्व राजस्थान, कोंकण और गोवा और तटीय कर्नाटक में मध्यम से भारी बारिश संभव है।
देश के अधिकांश राज्यों में मानसून मेहरबान है। कई राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। IMD के अनुसार,आजकल में देश के शेष हिस्सों जैसे-राजस्थान और हरियाणा और पंजाब में दक्षिण-पश्चिम मानसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं।
दक्षिण-पश्चिम मानसून उत्तरी अरब सागर के शेष हिस्सों और राजस्थान के कुछ और हिस्सों में आगे बढ़ गया है। आजकल में इसके देश के शेष हिस्सों जैसे-राजस्थान और हरियाणा और पंजाब के शेष हिस्सों में आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं।
मानसून देश के सभी हिस्सों में फैल चुका है। भारत मौसम विज्ञान विभाग(IMD) और प्राइवेट एजेंसी स्काईमेट वेदर के अनुसार, दक्षिण-पश्चिम मानसून उत्तरी अरब सागर के अधिकांश हिस्सों में आगे बढ़ गया है। उत्तरी छत्तीसगढ़ और आसपास कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है।
आजकल में मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र के अलावा कोंकण और गोवा, दक्षिण गुजरात के कुछ हिस्सों में भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है। उत्तर भारत के पहाड़ों के साथ-साथ दक्षिणपूर्वी राजस्थान में भी भारी बारिश देखने को मिल सकती है।
मानसून करीब पूरे देश में फैल चुका है। कई राज्यों में लगातार बारिश से जनजीवन प्रभावित हुआ है। असम की हालत सबसे खराब है। मौसम विभाग और स्काईमेट वेदर के अनुसार, दक्षिण-पश्चिम मानसून अब मुंबई और महाराष्ट्र के बाकी हिस्सों सहित उत्तर भारत तक बढ़ गया है।
छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, झारखंड, बिहार, यूपी और उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में मानसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अब अनुकूल हैं। महाराष्ट्र के कुछ और हिस्सों में भी दक्षिण-पश्चिम मानसून के आगे बढ़ने के लिए अच्छा माहौल है।
दक्षिण पश्चिम मानसून धीरे-धीरे देश के बाकी राज्यों में फैलता जा रहा है। ओडिशा के कुछ हिस्सों और गंगीय पश्चिम बंगाल, झारखंड, बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश के कुछ और हिस्सों में मानसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं।