बताते चले कि 45 दिनों का यह अभियान माघ पूर्णिमा (27 फरवरी) तक चलेगा। इसमें राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री व विपक्ष के नेताओं के साथ ही मजदूर व किसानों से भी समर्पण निधि ली जाएगी। हर रामभक्त से सहयोग राशि ली जाएगी। उम्मीद है कि साल 2023 के अंत तक मंदिर का निर्माण पूरा हो जाएगा।