बीजेपी सांसद ने मध्यप्रदेश में शराबबंदी की मांग पर कहा, आयुर्वेद में शराब का सीमित मात्रा में सेवन औषधि के समान होता है। यानी लिमिट में शराब पीना दवाई के समान है। जबकि ज्यादा मात्रा में शराब का सेवन जहर के समान है।