वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने आज मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का आखिरी बजट पेश किया। इस दौरान रेलवे को ध्यान में रखते हुए सरकार ने बजट पेश किया।
बजट 2023-24 (Rail Budget 2023) में रेलवे को करीब 2 लाख करोड़ रुपए अलॉट हो सकते हैं। 400 नई वंदे भारत ट्रेन शुरू करने की घोषणा हो सकती है। ऐसा होता है तो अगले 4-5 साल में रेलवे को वंदे भारत ट्रेन के कोच बनाने के लिए 70 हजार करोड़ रुपए की जरूरत होगी।
अलग रेल बजट पेश करने की प्रथा 1924 में शुरू हुई थी। इसे 2017 में नीति आयोग की सिफारिश पर खत्म किया गया था। नीतीश कुमार ने फिर से अलग रेल बजट पेश करने की मांग की है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बजट पेश करने वाली हैं। उम्मीद की जा रही है कि इस साल रेलवे को लेकर बजट में बड़ी घोषणाएं हो सकती हैं। रेलवे के बुनियादी ढ़ांचे के विकास और यात्री सुविधाओं को लेकर बड़े प्रोजेक्ट्स लाए जा सकते हैं।
वंदे भारत एक्सप्रेस की शुरआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2019 में वाणसी से नई दिल्ली के बीच हुई थी। इसे ट्रेन 18 के नाम से भी जाना जाता है। यह देश की अपनी तरह की पहली और सबसे तेज चलने वाली ट्रेन है।
इस बजट में एल्युमिनियम कोच की मेल-एक्सप्रेस ट्रेनों के निर्माण की भी घोषणा हो सकती है। जानकारों का कहना है कि ऐसी ट्रेनें हल्की भी होती हैं और 160 किलोमीटर की रफ्तार से चलाना ज़्यादा आसान होगा।