नई दिल्ली : महाराष्ट्र, कर्नाटक और तेलंगाना के उपचुनाव का रिजल्ट आ गया है। महाराष्ट्र के नांदेड़ जिले के देगलूर विधानसभा सीट पर कांग्रेस ने अपना कब्जा बरकरार रखा है। कर्नाटक की दो विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में भाजपा और कांग्रेस, दोनों के खाते में एक-एक सीट आई है। तेलंगाना की एक विधानसभा सीट हुजूराबाद पर हुए उपचुनाव में भाजपा उम्मीदवार एटाला राजेंद्र जीत गए हैं। सबसे पहले सुबह 8 बजे से पोस्टल बैलेट वोटों की गिनती शुरू हुई। इसके बाद सुबह साढ़े 8 बजे से EVM के वोटों की गिनती शुरू हो गई थी। पोस्टल बैलेट की गिनती अलग कमरे में की गई। इन नतीजों पर राजनीतिक दलों के अलावा पूरे प्रदेश की निगाह है। कर्नाटक की दो और महाराष्ट्र-तेलंगाना की एक-एक विधानसभा सीट पर उपचुनाव हुए हैं।
महाराष्ट्र
महाराष्ट्र (Maharashtra) के नांदेड़ की देगलूर विधानसभा सीट के लिए हुए उपचुनाव में 63.95 प्रतिशत वोटिंग हुई। कांग्रेस (congress) विधायक राव साहेब अंतापुरकर के निधन के कारण यह उपचुनाव कराना पड़ा और 12 उम्मीदवार मैदान में थे। इन उम्मीदवारों में कांग्रेस के जितेश अंतापुरकर, शिवसेना (shivsena) से भाजपा (BJP) में आए सुभाष सबने और वंचित बहुजन आघाड़ी के उत्तम इंगोले शामिल हैं। उपचुनाव में करीब 1.90 लाख वोटर्स ने वोट दिया। अब से कुछ घंटों के बाद नतीजे सामने आ जाएंगे।
बोम्मई को खुद को साबित करने की चुनौती
कर्नाटक (Karnataka) में दो सीटों पर होने वाले उपचुनाव का असर दूर तक देखा जाएगा। यह उपचुनाव खासकर वहां के सीएम एस. बोम्मई (SR Bommai) के लिए बेहद अहम माना जा रहा है। जिन दो सीटों पर चुनाव हो रहे हैं, वहां लिंगायत वोट बहुत महत्वपूर्ण है। बीएस येदियुरप्पा (BS Yediyurappa) को राज्य के सीएम पद से हटाने के बाद बोम्मई के सामने चुनौती है कि वे पार्टी को संदेश दे सके कि वह लिंगायत वोट अपने दम पर लेने में सक्षम हैं। यही कारण है कि इन दोनों सीटों पर जीत हासिल करने के लिए बोम्मई ने पूरी ताकत झोंक दी।
तेलंगाना
तेलंगाना (Telangana) में हुजूराबाद विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव के नतीजे कुछ घंटों में ही आ जाएंगे। करीमनगर के SRR गवर्नमेंट डिग्री कॉलेज में आज सुबह आठ बजे मतगणना शुरू होगी और इसके लिए सभी तैयारियां कर ली गई हैं। 2,05,236 मतों की गिनती के लिए 14 टेबल की व्यवस्था की गई है। मतगणना 22 चरण में होगी। शनिवार को हुए मतदान में 86.64 प्रतिशत वोट पड़े थे। जमीन कब्जा करने के आरोप में राज्य मंत्रिमंडल से हटाए जाने के बाद जून में एटाला राजेंद्र के इस्तीफे के मद्देनजर हुजूराबाद में उपचुनाव की कराने की जरूरत हुई। आरोपों को खारिज करने वाले राजेंद्र तेलंगाना राष्ट्र समिति (TRS) छोड़कर भारतीय जनता पार्टी(BJP) में शामिल हो गए थे। इस बार वह भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। चुनावी मैदान में 30 उम्मीदवार हैं, लेकिन मुख्य मुकाबला TRS के गेलू श्रीनिवास यादव, भाजपा के राजेंद्र और वेंकट बालमूरी (कांग्रेस) के बीच है। उपचुनाव राजेंद्र के लिए करो या मरो की लड़ाई है, जबकि यह भाजपा के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि उसका लक्ष्य 2023 के विधानसभा चुनावों में सत्तारूढ़ TRS के विकल्प के रूप में उभरना है। TRS के लिए भी यह चुनाव महत्वपूर्ण है और साथ ही यह प्रदर्शित करना चाहती है कि राज्य की राजनीति में उसका दबदबा बरकरार है।
आंध्र-प्रदेश
आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) के बडवेल विधानसभा क्षेत्र में शनिवार को हुए उपचुनाव की काउंटिंग शुरू हो गई है। उपचुनाव में 59.58 प्रतिशत मतदान हुआ था। इस साल मार्च में सत्तारूढ़ YSRCP के विधायक गुंथोती वेंकट सुब्बैया के निधन के बाद विधानसभा सीट खाली हुई थी। YSRCP ने उनकी पत्नी दसारी सुधा को मैदान में उतारा, जो कांग्रेस पार्टी के एम. कमलम्मा और बीजेपी के पी. सुरेश के खिलाफ त्रिकोणीय मुकाबले में हैं। वहीं, मुख्य विपक्षी दल तेलुगु देशम पार्टी (TDP) मृतक विधायक के परिवार के सदस्यों को समर्थन देने की अपनी परंपरा के अनुरूप उपचुनाव नहीं लड़ा। अब देखना होगा कि दसारी सुधा को जनता अपना समर्थन देती है या किसी और दल को जीत नसीब होगी।
दादरा और नगर हवेली
केंद्रशासित प्रदेश दादरा और नगर हवेली के निर्दलीय सांसद मोहन डेलकर की मुंबई में अचानक हुई मौत के बाद वहां लोकसभा का उपचुनाव हुआ।
इस लोकसभा क्षेत्र से सात बार के निर्दलीय सांसद मोहन डेलकर की पत्नी कलाबेन डेलकर भाजपा के महेश गावित और कांग्रेस के महेश ढोड़ी के खिलाफ शिवसेना उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ीं। अब थोड़ी देर में नतीजों के बाद साफ हो जाएगा कि जनता ने किसकी उम्मीदवारी पर मुहर लगाया।