खींवसर चुनाव रिजल्ट 2023 : आरएलपी प्रमुख हनुमान बेनीवाल ने खींवसर में चुनाव जीत लिया है। बीजेपी उम्मीदवार रेवंतराम डांगा से कड़ी टक्कर में सिर्फ 2069 वोटों से जीत हासिल की है। हनुमान बेनीवाल को आखिरी राउंड में जीत मिली है।
राजस्थान में आरएलपी पार्टी के सांसद हनुमान बेनीवाल ने प्रदेश में हुए पेपर लीक मामले पर विवादित बयान दे दिया है। प्रेस वार्ता में बोले पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और वर्तमान सरकार मिलकर करा रहे हैं पेपर लीक।
राजस्थान में जारी सियासी घमासान पर अपने बयानो से चर्चा में रहने वाले सांसद बेनीवाल ने दोनो दिग्गज पार्टियों पर निशाना साधते हुए बोले सीएम की दौड़ में भाजपा के 12 दूल्हे और एक दुल्हन ये सभी सजधज कर बैठे हैं तैयार। पढ़िए क्यो बोली ऐसी बात।
कांग्रेस पार्टी में राष्ट्रीय अध्यक्ष की दौड़ में सीएम अशोक गहलोत का नाम के बाद प्रदेश सीएम की दौड़ में सचिन पायलट का नाम आगे आ रहा है। इसके बाद आरएलपी सांसद हनुमान बेनीवाल का वीडियो हो रहा वायरल, उसमें कहते दिखाई दे रहे सचिन पायलट मुख्यमंत्री बनेंगे तो हम उनका साथ देंगे।
खाटूश्यामजी में आठ अगस्त को एकादशी के मेले के दौरान अल सुबह चार बजे मंदिर के पट खुलते ही दर्शनों की होड़ में श्रद्धालुओं की भीड़़ में भगदड़ मच गई थी। मामले में निष्पक्ष जांच कराने के लिए आरएलपी ने मोर्चा खोल दिया है
इस मामले में RLP के प्रदेश अध्यक्ष पुखराज गर्ग, खींवसर विधायक नारायण बेनीवाल, मेड़ता विधायक इंदिरा देवी ने जयपुर के जालूपुरा थाने में शिकायत की थी। तब कहा गया था कि पुलिस ने आवेदन ले लिया है। सीएम गहलोत का इशारा मिलते ही केस दर्ज कर लिया जाएगा।
RLP नेताओं के थाने पहुंचने के बाद देर रात विन मिश्रा ने एक और ट्वीट कर पूछा कि आखिर यह मुकदमा किस पैसे से लड़ा जाएगा। विधायक बेचकर जो 40 करोड़ मिले थे उससे या फिर दोबारा विधायक बेचने की तैयारी है। उन्होंने RLP को भाजपा की बी टीम बताया है।
कृषि बिलों पर किसानों और विपक्ष का विरोध झेल रही भाजपा को एक और झटका लगा है। कृषि कानूनों को लेकर शिरोमणि अकाली दल के बाद अब राजस्थान की राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) ने एनडीए से बाहर आ गई है। आरएलपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हनुमान बेनीवाल ने इसका ऐलान किया।
राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) के सांसद और भाजपा के सहयोगी हनुमान बेनीवाल ने किसानों के विरोध प्रदर्शन के समर्थन में तीन संसदीय समितियों से इस्तीफा दे दिया। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को एक पत्र लिखकर हनुमान बेनीवाल ने कहा कि समितियों के दौरान उनके द्वारा उठाए गए कई मुद्दों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई, जिसके कारण वह निराश थे।