प्रधानमंत्री नरेंद्र मोनी ने 9वें जी20 संसदीय स्पीकर्स समिट का उद्घाटन किया है। यह कार्यक्रम यशोभूमि में आयोजित किया जा रहा है। यहां जी20 सदस्य देशों के संसदीय अध्यक्ष पहुंचे हैं।
जम्मू के सिदरा इलाके में बुधवार सुबह आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ में तीन आतंकवादियों का एनकाउंटर कर दिया गया। एडीजीपी जम्मू जोन मुकेश सिंह ने बताया कि इलाके में इन आतंकियों की मौजूदगी की सूचना के बाद घेराबंदी की गई थी।
यह हमला नोबेल पुरस्कार विजेता मलाला यूसुफजई को तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) द्वारा गोली मारे जाने की 10वीं बरसी के एक दिन बाद हुआ है। हमले की अभी तक किसी ने जिम्मेदारी नहीं ली है।
पूरी दुनिया में अब तक कई बड़े आतंकी हमले हुए हैं, जिनकी जिम्मेदारी आतंकी संगठनों ने ली है। ये आतंकी संगठन बेहद क्रूर और बर्बर होते हैं। इन्हीं में से एक अलकायदा की स्थापना ओसामा बिन लादेन ने की थी, जिसने अमेरिका पर हमला किया था।
जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों(Terrorism in Jammu and Kashmir) के खिलाफ सुरक्षाबलों ने अपने ऑपरेशन को और तेज कर दिया है। बुधवार(15-16 दिसंबर) की रात सुरक्षाबलों ने कुलगाम में 2 और आतंकवादियों का एनकाउंटर कर दिया। बता दें कि 13 दिसंबर की शाम श्रीनगर में पुलिस बस पर आतंकी हमले(Terrorists attack) के बाद सर्चिंग तेज कर दी गई है।
पश्चिमी अफ्रीकी देश माली(Mali) में आतंकवादियों ने एक बस पर हमला करके 31 लोगों को मार दिया। हमला मालियन शहर के करीब हुआ। यहां अलगाववादी और इस्लामी समूह 2012 से ही सरकार के खिलाफ सशस्त्र युद्ध छेड़े हुए हैं।
जम्मू-कश्मीर में 17 नवंबर की सुबह फिर से आतंकवादी हमला हुआ है। आतंकवादियों ने बारामूला जिले (Baramulla Attack) में CRPF के गश्ती दल पर ग्रेनेड फेंका। इस हमले में 2 जवानों सहित 6 लोग घायल हुए हैं।
जम्मू-कश्मीर में पिछले कुछ दिनों से बाहरी लोगों पर आतंकी हमले(Terrorists attack) बढ़े हैं। इसे लेकर Politics भी शुरू हो गई है। गैर कश्मीरियों को निशाना बनाए जाने पर बिहार के पूर्व सीएम जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) ने ट्वीट किया है।
जम्मू कश्मीर(Jammu and Kashmir) में कश्मीरी पंडितों को टार्गेट कर रहे आतंकवादियों के खिलाफ सुरक्षाबल NIA की ताबड़तोड़ कार्रवाइयां शुरू हो गई हैं। सुरक्षाबलों ने आतंवादियों के 900 से अधिक मददगारों को अरेस्ट किया है।
कट्टरपंथी संगठन तहरीक-ए-लब्बैक पर पाकिस्तान ने प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है। वहां के आतंकवाद निरोधी कानून के तहत संगठन पर कार्रवाई की गई है। तहरीक-ए-लब्बैक के प्रमुख मौलाना साद रिजवी की गिरफ्तारी के बाद उसके समर्थकों ने पूरे पाकिस्तान में हिंसक प्रदर्शन शुरू कर दिया था जिसमें सात लोगों की मौत होने के साथ कम से कम तीन सौ पुलिसवाले जख्मी हो गए थे।