यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असोम (उल्फा), पूर्वोत्तर क्षेत्र में सबसे बड़ा विद्रोही ग्रुप है। हालांकि, परेश बरुआ के नेतृत्व वाला उल्फा (स्वतंत्र) गुट इस बातचीत और समझौता के विरोध में है।
ब्रिटेन की अदालत ने अपर्याप्त सबूत होने पर 75 वर्षीय डॉ.मुकुल हजारिका (Mukul Hazarika) के खिलाफ चल रहे केस से बरी कर दिया। भारत सरकार द्वारा प्रत्यर्पण किए जाने के बाद यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम (इंडिपेंडेंट) यानि ULFA (I) के कथित अध्यक्ष होने के आरोपी डॉक्टर ब्रिटेन की अदालत में केस लड़ रहे थे।