अब भारत सरकार की यूपीआई सर्विस ग्लोबल हो चुकी है। भारत के बाहर 7 देशों में डिजिटल पेमेंट कर सकते है। साल 2021 में भूटान में यह सर्विस शुरू की गई थी। इसके बाद तीन साल के अंदर 6 और देशों में यह सर्विस शुरू हुई है।
UPI ट्रांजेक्शन ने पिछले सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। मार्च 2024 में यूपीआई के जरिये कुल 1,344 करोड़ ट्रांजेक्शन हुए, जिसमें 19.78 लाख करोड़ रुपए ट्रांसफर किए गए।
टेलीकॉम इंडस्ट्री में दबदबा बनाने के बाद अब मुकेश अंबानी की कंपनी जियो अब यूपीआई पेमेंट्स सेक्टर में भी हाथ आजमा सकता है। कंपनी जल्द ही साउंड बॉक्स लॉन्च करने की तैयारी कर रहा है। इसके आने के बाद से पेटीएम को सीधी टक्कर मिल सकती है।
आरबीआई की ओर से पेटीएम पेमेंट बैंक पर बैन लगाए जाने से गूगल पे और फोन पे को इसका लाभ मिला है। एनपीसीई के मुताबिक फोन पे ने 6.1 बिलियन यूपीआई पेमेंट और गूगल पे ने 4.7 बिलियन पेमेंट यूपीआई ट्रांजेक्शन किया है।
भारत की पॉपूलर ई-कॉमर्स वेबसाईट फ्लिपकार्ट ने अपना यूपीआई लॉन्च किया है। ऐसे में अमेजन पे की तरह इसका इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके लिए फ्लिपकार्ट की सर्विस में एक्सिस बैंक की साझेदारी रहेगी।
रिजर्व बैंक ने शुक्रवार को NPCI को निर्देश दिया है कि पेटीएम ऐप के UPI ऑपरेशन को कंटीन्यू रखने के लिए एक थर्ड पार्टी एप्लिकेशन प्रोवाइडर दिया जाए। अगर ऐसा होता है तो 15 मार्च के बाद भी पेटीएम की यूपीआई सेवा जारी रह सकती है।
भारत के बाद अब श्रीलंका और मॉरीशस में भी UPI और RuPay कनेक्टिविटी की शुरुआत हो गई है। इसका फायदा दोनों देशों के पर्यटकों को मिलेगा। इस सर्विस की शुरुआत यूपीआई को ग्लोबल बनाने की दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है।
यूपीआई पेमेंट यूजर्स को इन दिनों भुगतान में समस्या का सामना करना पड़ रहा है। यूपीआई पेमेंट यूजर्स के शिकायत करने पर एनसीपीआई ने ये कारण बताया।
UPI भुगतान तंत्र यूरोपीय देश में स्वीकार किया जा सकेगा है, जिसकी शुरुआत एफिल टॉवर से हुई है। एफिल टॉवर पर भारतीय पर्यटक अब व्यापारी की वेबसाइट पर उत्पन्न क्यूआर कोड को स्कैन कर सकते हैं और भुगतान शुरू कर सकते हैं।
फ्रांस में यूपीआई लांच होने के बाद अब भारतीय पर्यटक वहां यूपीआई पेमेंट कर सकेंगे