2020 में कोरोना महामारी ने पूरी दुनिया को हिला कर रख दिया था। कोविड-19 महामारी ने दुनिया के ताकतवर से ताकतवर देशों में जान की भयानक तबाही मचाई थी।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने अपनी पूर्व योग्य टीकों की सूची में दूसरा मलेरिया टीका जोड़ा है। यह टीका ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी ने विकसित किया और सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने बनाया है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने ओमिक्रॉन सब वेरिएंट JN.1 को "वेरिएंट ऑफ इंटरेस्ट" बताया है। इसके साथ ही कहा है कि यह आम लोगों के स्वास्थ्य के लिए बहुत बड़ा खतरा नहीं है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने सड़क सुरक्षा को लेकर एक ताजा रिपोर्ट जारी की है। इस रिपोर्ट के अनुसार सड़क दुर्घटना में मरने वालों की संख्या में वैश्विक लेवल पर 5 प्रतिशत की कमी आई है। जबकि भारत में मौतों की संख्या बढ़ गई है।
WHO ने कहा है कि शराब और मीठे पेय पदार्थों पर अधिक टैक्स लगाना चाहिए। इनके चलते हर साल 1 करोड़ लोगों की मौत होती है। टैक्स बढ़ाने पर ऐसे पदार्थों का इस्तेमाल कम होगा।
जैसे ही हमें लगने लगता है कि कोरोना महामारी का प्रकोप खत्म हो गया है, वैसे ही इसका नया वेरिएंट आ जाता है। ठीक इसी तरह से WHO ने एक बार फिर कोविड-19 के तीन वेरिएंट को लेकर चेतावनी दी है।
पूरी दुनिया में लोग अकेलेपन के शिकार हो रहे हैं। कुछ खुद लोगों से घुलना मिलना नहीं चाहते हैं। तो कुछ लोग किसी कारण वश तन्हाई के चपेट में आ ज रहे हैं। यह एक तरह का महामारी का रूप ले रहा है जिसे देखते हुए वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन परेशान है।
Malaria 2nd Vaccine: बच्चों में मलेरिया को रोकने के लिए आर21/मैट्रिक्स-एम नामक दूसरा टीका लाया जा रहा है। R21/मैट्रिक्स-एम वैक्सीन की कीमत बहुत ही ज्यादा कम होगी और इसे हर कोई प्राप्त कर सकेगा।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा बनाए गए आर21- मैट्रिक्स एम मलेरिया वैक्सीन की सिफारिश की है।
Ayushman Bharat Scheme. विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख डॉ. टेड्रोस ने केंद्र सरकार की आयुष्मान भारत योजना की जमकर तारीफ की है। उन्होंने यह भी कहा कि इस तरह की प्राइमरी हेल्थ केयर स्कीम दुनिया के सभी देशों के पास होनी चाहिए।