असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने इसी महीने विधानसभा में बताया कि 2016 में बीजेपी के नेतृत्व में असम में जब सरकार बनी तो उसके बाद 1561 युवा उग्रवादी संगठनों में शामिल हुए। हालांकि, सबसे राहत वाली बात यह है कि इसी अवधि के दौरान, 7,935 आतंकवादी मुख्यधारा में लौट आए हैं।