यूट्यूबर अनीशा दीक्षित का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में अनीशा ओला या अन्य कंपनियों के कैब ड्राइवरों के पैसे ऐंठने के तरीकों को लेकर यूजर्स को सतर्क कर रही हैं। वीडियो को दो लाख से अधिक लोग देख चुके हैं।
ओला S1 एयर की टॉप स्पीड 85 किमी प्रति घंटे की है। ओला एस 1 एयर इलेक्ट्रिक स्कूटर की टक्कर एथर 450 एक्स से बताया जा रहा है। जिसकी टॉप स्पीड 90 किमी प्रति घंटे की है। इसकी रेंज 146 किमी है।
इसी साल फरवरी 2023 में दिल्ली ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट की तरफ से बाइक टैक्सी को बैन कर दिया गया था। इसका सबसे ज्यादा नुकसान ओला, रैपिडो और उबर टैक्सी एग्रीगेटर्स को हुआ था।
यामाहा ने अपनी दो स्कूटर्स का लेटेस्ट वर्जन लॉन्च कर दिया है। इन स्कूटर्स का नाम Yamaha Fascino 125 और Yamaha Ray ZR 125 है। भारतीय बाजार में इनका सीधा मुकाबला ओला, एथर, बजाज और हीरो के स्कूटर्स से होगा।
नए ओला S1 एयर का लुक कमाल का है। यह स्कूटर पिछले साल आई ओला S1 एयर से काफी सस्ती है। जो 3KWh बैटरी पैक के साथ आती है। इस स्कूटर को कंपनी ने कई जबरदस्त फीचर्स के साथ लैस किया है।
राजस्थान में बसंत के बाद भी तापमान में कोई परिवर्तन नहीं आया है। यहां का पारा अभी भी माइनस में ही जा रहा है। प्रदेश में 2 दिन से हो रही बारिश और ओलावृष्टि से और बढ़ेगी ठंड। जानिए अपने जिले का ताजा हाल।
कर्नाटक सरकार ने ओला, उबर और रैपिडो के लिए 5 फीसदी कमीशन का प्रस्ताव रखा है। यह जीएसटी से अधिरिक्त होगा। कर्नाटक हाईकोर्ट में इस मामले में अगली सुनवाई 28 नवंबर को होगी।
ओला इलेक्ट्रिक के भीरत पिछले कुछ वर्षों से हालात बेहतर नहीं हैं। हाल में जारी एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि ओला के भाविश अग्रवाल ने प्रेजेंटेशन के दौरान अधिकारियों को फटकार लगाई है और कर्मचारियों को सजा भी दी है। कंपनी के दो दर्जन से अधिक वर्तमान और पूर्व कर्मचारी गुमनाम हो गए हैं। ब्लूमबर्ग को कई साक्षात्कारों में यह जानकारी दी है।
कर्नाटक हाईकोर्ट ने शुक्रवार को राज्य सरकार को आदेश दिया कि वह 15 दिनों में ऐप आधारित ऑटो-रिक्शा सर्विस के लिए किराया तय करे। इसके पहले राज्य सरकार ने अधिक किराया वसूलने की लगातार शिकायतें मिलने के बाद ओला-उबर-रैपिडो आदि की सर्विस को बंद करने का आदेश दिया था।
कर्नाटक के परिवहन आयुक्त टीएचएम कुमार ने बताया कि राज्य के ऑन-डिमांड ट्रांसपोर्ट टेक्नोलॉजी एग्रीगेटर्स नियम इन कंपनियों को ऑटो-रिक्शा सेवाएं चलाने की अनुमति नहीं देते हैं। इन कंपनियों को केवल टैक्सियों के संचालन का अधिकार है।