कर्नाटक में लिंगायत समाज का खासा राजनीतिक प्रभाव है। येदियुरप्पा भी लिंगायत समाज से ही आते हैं। राज्य में करीब 17 प्रतिशत लिंगायत आबादी है जोकि 1990 से ही भाजपा का समर्थक रहा है। राजनीतिक विश्लेषकों की मानें तो राज्य की 224 सीटों में करीब 100 सीटों पर लिंगायत समाज समीकरण बनाने-बिगाड़ने की स्थिति में हैं।