राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि उन्होंने कहा कि सरकार के दावे झूठे और आंकड़े किताबी है। उन्होंने कहा कि क्या क्या भूल जाए उत्तर प्रदेश? क्या गोरखपुर में ऑक्सीजन सप्लाई बंद होने से सैकड़ों बच्चों की मौत भूल जाए? क्या माँ गंगा के आँचल को रामनामी मान कर अपने आप को ढाँपती हज़ारों लाशें भूल जाए? क्या प्रवासियों का हज़ारों किलोमीटर का वो पैदल सफ़र भूल जाए जो आपकी नासमझी की वजह से मजबूरन तय करना पड़ा? या काशी विश्वविद्यालय में यौन उत्पीड़न का विरोध करती बच्चियों पर बरसाई गई लाठियाँ भूल जाए।