IGIMS के डॉक्टरों का कहना है कि कोरोना की तीसरी लहर में जिस तरह से ब्रेन स्ट्रोक के मामले आ रहे हैं , यह शोध का विषय है। 2021 में भी कोविड था, लेकिन ब्रेन स्ट्रोक के ऐसे मामले नहीं आए थे। इस बार 15 दिनों में ब्रेन स्ट्रोक के 42 मामले आए हैं, जिसमें 30 में कोरोना का साइड इफेक्ट दिख रहा है।