गिरधारी को आत्मसमर्पण की चेतावनी देने लगे। हालांकि उसने एक बात न सुनी और छीनी हुई पिस्टल से बार-बार फायर करता रहा। जवाबी कार्रवाई में उसे पुलिस की एक गोली लग गई और वह चिल्लाता हुआ गिर गया। पास जाकर देखा गया तो उसकी सांसे चल रही थीं, तत्काल सरकारी गाड़ी द्वारा राम मनोहर लोहिया इमरजेंसी में भेजा गया लेकिन वहां इलाज के दौरान गिरधारी की मौत हो गई।