Aaj Ka Panchang: 5 फरवरी सोमवार को मानस, पद्म ध्रुव और व्याघात नाम के 4 योग रहेंगे। राहुकाल सुबह 08:32 से 09:55 तक रहेगा। इस दिन मंगल ग्रह धनु से निकलकर मकर राशि में प्रवेश करेगा।
Aaj Ka Panchang: 6 जुलाई गुरुवार को धनिष्ठा नक्षत्र होने से श्रीवत्स नाम का शुभ योग पूरे दिन बना रहेगा। इसके अलावा इस दिन प्रीति नाम का 1 अन्य शुभ योग भी रहेंगे। राहुकाल दोपहर 02:11 से 03:52 तक रहेगा।
21 मार्च, मंगलवार को पहले पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र होने से काण नाम का अशुभ योग और इसके बाद उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र होने से सिद्धि नाम का शुभ योग बनेगा। इनके अलावा शुभ और शुक्ल नाम के 2 अन्य योग भी इस दिन रहेंगे। राहुकाल दोपहर 3:34 से शाम 5:04 तक रहेगा।
Aaj Ka Panchang: 16 मार्च, गुरुवार को पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र होने से प्रजापति नाम का शुभ योग दिन भर रहेगा। इनके अलावा व्यातिपात और वरियान नाम के 2 अन्य योग भी इस दिन रहेंगे। राहुकाल दोपहर 2:05 से 3:34 तक रहेगा।
Grah Gochar January 2023: साल 2023 का पहला महीना जनवरी शुरू हो चुका है। इस महीने में कई ग्रह राशि बदलेंगे, वहीं कई ग्रह यथास्थिति रहेंगे, यानी उनमें कोई परिवर्तन नहीं आएगा। ग्रहों के इन परिवर्तन से कई शुभ-अशुभ योग बनेंगे।
Facts of 2023: साल 2023 शुरू हो चुका है। सभी नए साल को लेकर काफी उत्साहित हैं। हालांकि ये वैश्विक नववर्ष है हिंदू नववर्ष गुड़ी पड़वा से शुरू होता है। लेकिन फिर भी अधिकांश लोग इसे ही नववर्ष मानते और सेलिब्रेट करते हैं।
ग्रहों का सेनापति कहा जाने वाला मंगल ग्रह 17 मई से मीन राशि में आ चुका है। पिछले कुछ दिनों से ये ग्रह कुंभ राशि में शनि के साथ था। मंगल के राशि बदलते ही मंगल-शनि की अशुभ युति भी समाप्त हो चुकी है।
ज्योतिषियों के अनुसार साल 2022 का चौथा महीना यानी अप्रैल बहुत ही खास है। इस महीने में अब तक 7 ग्रह राशि बदल चुके हैं। सिर्फ शुक्र और शनि का राशि परिवर्तन ही शेष है। ऐसा बहुत कम होता है कि एक ही महीने में सभी 9 ग्रह राशि बदलते हैं।
Venus zodiac change: ज्योतिष शास्त्र में शुक्र को चमकीला ग्रह कहा जाता है। जीवन के सभी ऐशो-आराम और सुख-सुविधाएं इसी ग्रह से मिलती हैं। ये ग्रह लगभग 30 दिनों में राशि बदलता है और समय-समय पर वक्री यानी टेढ़ी चाल भी चलता है। इस बार ये ग्रह 31 मार्च को राशि परिवर्तन कर मकर से कुंभ में प्रवेश करेगा। इस राशि में पहले से ही देवगुरु बृहस्पति स्थित है। धर्म ग्रंथों में शुक्र को दैत्यों का और बृहस्पति को देवताओं का गुरु कहा गया है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार वृषभ और तुला राशि के स्वामी शुक्र कन्या राशि में नीच प्रभाव के और मीन राशि में उच्च के होते हैं। शुक्र के राशि परिवर्तन से 3 राशि के लोगों को विशेष लाभ मिलने की संभावना बन रही है। आगे जानिए कौन-सी हैं वो 3 राशियां…
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ग्रहों की चाल में समय-समय पर परिवर्तन होता रहता था। कभी कोई ग्रह टेढ़ी चाल चलने लगता है कुछ दिनों बाद वही ग्रह दोबारा सीधी चाल चलने लगता था। ग्रहों का वक्री और मार्गी होना इसी को कहते है। वक्री यानी टेढ़ी चाल और मार्गी यानी सीधा चाल।