इस बार 11 मई, मंगलवार को वैशाख अमावस्या है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जब मंगलवार और अमावस्या का योग बने तो उसे भौमावस्या कहते हैं। ये योग मंगल और पितृ दोष शांति के लिए बहुत ही शुभ माना जाता है।
वास्तु शास्त्र में प्रत्येक दिशा का अपना एक अलग महत्व बताया गया है। यदि किसी व्यक्ति के जीवन में परेशानियां आ रही हो तो इसका संबंध घर के वास्तु से भी हो सकता है।
ज्योतिष में बताया गया है कि धातु धारण करने से भी कुंडली के दोष दूर हो सकते हैं।