Aaj Ka Panchang: 15 फरवरी, गुरुवार को गुप्त नवरात्रि का छठा दिन रहेगा। इस दिन देवी कात्यायानी की पूजा की जाएगी। गुरुवार को मानस, पद्म, सर्वार्थसिद्धि, शुक्ल और ब्रह्म नाम के 5 शुभ योग रहेंगे। राहुकाल दोपहर 02:05 से 03:29 तक रहेगा।
बिहार के लखीसराय में छठ मैया का त्यौहार बनाकर लौट रहे एक परिवार पर बदमाशों ने अंधाधुंध फायरिंग कर दी। इस गोलीबारी में 6 लोगों को गली लगी। जिसमें दो भाइयों की मौत हो गई।
Chhath Arghya Timing 2023 Bihar: वैसे तो छठ पूजा का पर्व पूरे देश में बड़े ही उत्साह और श्रद्धा के साथ मनाया जाता है, लेकिन बिहार में इसकी रौनक देखते ही बनती है। बिहार के लगभग हर घर में छठी मैया और सूर्यदेव की पूजा इस समय की जाती है
Chhath Puja Katha: छठ महापर्व उत्तर भारत का सबसे प्रमुख त्योहार है। ये त्योहार दिवाली के बाद मनाया जाता है। इस दौरान सूर्यदेव और छठी मैया की पूजा का विधान है। ये पर्व सबसे पहले किसने मनाया था, इससे जुड़ीं कईं कथाएं धर्म ग्रंथों में मिलती है।
Chhath Puja 2023 Rashi Anusar Upay: इस बार छठ पूजा का पर्व 19 नवंबर, रविवार को किया जाएगा। इस दिन डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा। इस मौके पर कुछ आसान उपाय किए जाएं तो हर परेशानी दूर हो सकती है।
Aaj Ka Panchang: 19 नवंबर, रविवार को श्रवण नक्षत्र होने से गद नाम का शुभ योग दिन भर रहेगा। इसके अलावा इस दिन वृद्धि और ध्रुव नाम के 2 अन्य योग भी रहेंगे। राहुकाल दोपहर 04:16 से 05:37 तक रहेगा।
Chhath Puja 2023 Arghya Shubh Muhurat: छठ पूजा का पर्व बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखंड आदि प्रदेशों में मुख्य रूप से मनाया जाता है। इस व्रत में सूर्यदेव के साथ-साथ छठी मैया की पूजा भी की जाती है। इस बार ये पर्व 19 नवंबर, रविवार को मनाया जाएगा।
Chhath Puja 2023 Samagri List: छठ पूजा उत्तर भारत का सबसे प्रमुख त्योहार है। वैसे तो ये पर्व पूरे देश में मनाया जाता है, लेकिन बिहार, उत्तर प्रदेश और झारखंड में इसकी रौनक देखते ही बनती है। इस पूजा में सूर्यदेव को कईं सारी चीजें चढ़ाई जाती हैं।
Chhath Puja 2023 Kab Hai: छठ पूजा के दौरान सूर्यदेव के साथ-साथ एक अन्य देवी की पूजा भी विशेष रूप से की जाती है। इनका नाम छठी मैया है। इन देवी से जुड़ी एक कथा भी धर्म ग्रंथों में बताई गई है।
Nahay Khay 2023 Date: हिंदू धर्म में सूर्यदेव से संबंधित अनेक व्रत-त्योहार मनाए जाते हैं। इन सभी छठ पर्व सबसे प्रमुख है। वैसे तो ये पर्व पूरे देश में मनाया जाता है, लेकिन इसकी रौनक बिहार और उत्तर प्रदेश में मुख्य रूप से देखनो को मिलती है।