मानहानि केस में अपनी संसद सदस्यता गंवा चुके कांग्रेस नेता राहुल गांधी को एक और मामले में मानहानि का नोटिस जारी किया गया है। उनके साथ कर्नाटक कांग्रेस के दो और बड़े नेताओं को भी समन जारी हुआ है।
सीएम पद के मुख्य दावेदार रहे कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डीके शिवकुमार को डिप्टी सीएम का पद स्वीकार करना पड़ा। एक दिन पहले तक डिप्टी सीएम की कुर्सी ठुकराने वाले डीके शिवकुमार आखिर कैसे मान गए। इसका खुलासा स्वयं डीके शिवकुमार ने ही किया है।
सिद्धारमैया कर्नाटक के नए मुख्यमंत्री होंगे। डीके शिवकुमार डिप्टी CM बनेंगे। 20 मई को शपथ ग्रहण समारोह होगा। आज कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाई गई है।
सिद्धारमैया को खड़गे ने फिर बुलाया है। वह कुछ रणनीतियों पर चर्चा करेंगे इसके बाद खड़गे डीके शिवकुमार से मुलाकात करेंगे।
कर्नाटक में कांग्रेस की जीत में डीके शिवकुमार का काफी अहम भूमिका रही है। वह अब सीएम की रेस में हैं। राज्य में उनकी गिनती काफी कद्दावर नेताओं में होती है। वह सबसे अमीर विधायकों में से एक हैं। लेकिन उनके पास सिर्फ एक ही कार है।
कर्नाटक में मुख्यमंत्री पद के लिए रेस में शामिल दोनों दावेदारों में कोई भी पीछे हटने को तैयार नहीं है। केंद्रीय नेतृत्व समन्वय बनाने को लेकर माथापच्ची कर रहा है लेकिन अभी तक सफलता नहीं मिल सकी है।
रविवार को विधायक दल की मीटिंग के बाद पर्यवेक्षकों ने वन-टू-वन सबकी राय जानी, इसके अलावा सीक्रेट बैलेट से वोटिंग भी कराई। देर रात तक चली कवायद के बाद पर्यवेक्षक वापस दिल्ली लौट गए हैं।
कर्नाटक में कांग्रेस को बड़ी जीत मिली है। अब पार्टी में इस बात पर मंथन चल रहा है कि मुख्यमंत्री किसे बनाया जाए? इस पद के लिए सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार दावेदार हैं। इस मामले में आज पार्टी नेतृत्व की बैठक होगी।
केंद्रीय नेतृत्व ने तीन पर्यवेक्षकों को विधायकों से रायशुमारी के लिए भेजा था। विधायक दल की मीटिंग में यह तय हुआ कि राज्य सरकार की कमान सिद्धारमैया के हाथ होगा या डीके शिवकुमार नेतृत्व करेंगे। ऐलान के लिए मल्लिकार्जुन खड़गे को अधिकृत किया गया।
कांग्रेस की जीत के साथ मुख्यमंत्री पद के चयन की प्रक्रिया भी तेज हो गई है। रविवार शाम को इसके लिए विधायक दल की मीटिंग बुलाई गई है।