COVID Symptoms in Child : XE वेरिएंट के लक्षण को देखें तो फीवर, लगातार नाक से पानी बहना, गले में सूजन या दर्द, बॉडी पेन, सूखी खांसी, लूज मोशन, उल्टी आना जैसे सामान्य लक्षण ही दिखाई दे रहे हैं। एक्सपर्ट्स ने एक लक्षण पर विशेष ध्यान रखने को कहा है।
कोरोना के अन्य वेरिएंट की तुलना में ओमीक्रॉन में कई अलग लक्षण नजर आ रहे हैं। हाल ही में हुई स्टडी में खुलासा हुआ कि, इसमें मितली और भूख न लगना भी शामिल है।
कोविड-19 का नया वेरिएंट ओमिक्रॉन (B.1.1.529) सबसे पहले साउथ अफ्रीका में मिला है। वैज्ञानिकों के अनुसार इस वेरिएंट के 50 प्रकार के म्यूटेशन है, इसमें से 30 इसके स्पाइक प्रोटीन में हैं। यह डेल्टा वेरिएंट से भी खतरनाक बताया जा रहा है।
आईसीएमआर के डीजी बलराम भार्गव ने बताया कि डेल्टा प्लस स्वरूप के खिलाफ वैक्सीन की इफेक्टीवनेस की जांच की गयी है। उन्होंने कहा कि डेल्टा प्लस स्वरूप के सामने आने के कुछ महीने हो गए हैं।
कोरोना वायरस का गामा वेरिएंट रूस में मिला है। ये सबसे पहले ब्राजील में खोजा गया था। रूस में कोरोनो वायरस के मामलों में वृद्धि हो रही है। अधिकारियों ने इसके लिए डेल्टा वेरिएंट और वैक्सीनेशन की कम स्पीड को दोषी ठहराया।
भारत में एक साथ किसी में दो वेरिंएट मिलने का पहला मामला सामने आया है। असम की एक डॉक्टर अल्फा और डेल्टा वेरिएंट से संक्रमित मिली है। इस बीच कनाडा ने 21 अगस्त तक भारतीय उड़ानों पर बैन लगा दिया है।
वीडियो डेस्क। कोरोना का कहर कम नहीं हो रहा है। मध्य प्रदेश में इंदौर के बाद भोपाल में भी स्पूतनिक-v वैक्सीन लगना शुरू हो गई। शुक्रवार से भोपाल के मिसरोद स्थित नोबल अस्पताल में इसकी शुरुआत की गई है। वैक्सीन लगाने के लिए आपको कोविन एप से ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करा कर स्लॉट बुक कराना होगा। इसके बाद तय समय पर अस्पताल पहुंचकर 1145 रुपए जमा करके वैक्सीन की पहली डोज लगवा सकेंगे। वैक्सीन की दूसरी डोज 21 दिन बाद लगवा सकते हैं, इसके लिए भी 1145 रुपए ही देना होगा। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल की डॉक्टर अंजु गुप्ता ने बताया कि स्पूतनिक-v वैक्सीन कोरोना के डेल्टा प्लस वेरिएंट से बचाव में कारगर है। स्पूतनिक-V कोवीशील्ड और कोवैक्सिन से कितना अलग है?
मनाली हो या दिल्ली; हर जगह कोरोना गाइडलाइन की धज्जियां उड़ते देखी जा सकती हैं। शायद इसी का नतीजा है कि 9 दिनों बाद फिर से मौतों का आंकड़ा 1200 पार गया है। केरल और महाराष्ट्र का आंकड़ा चिंताजनक है। इस बीच त्रिपुरा में डेल्टा वेरिएंट प्लस के 90 से अधिक नए मामले सामने आने के बाद चिंताएं बढ़ गई हैं।
वीडियो डेस्क। देश में कोरोना वायरस के डेल्टा प्लस वैरिएंट के मामले धीरे-धीरे बढ़ते जा रहे हैं। कोरोना वायरस के नए खतरनाक वैरियंट डेल्टा प्लस ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है। डेल्टा प्लस वेरिएंट की गंभीरता को देखते हुए केंद्र सरकार ने राज्यों को सावधान रहने के निर्देश दिए हैं साथ ही जरूरी सुविधाएं बढ़ाने की सलाह दी है। डेल्टा प्लस वेरिएंट के लक्षण क्या हैं, डेल्टा प्लस वेरिएंट किन लोगों के लिए ज्यादा खतरनाक है, डेल्टा प्लस वेरिएंट की जांच कैसे की जाती है। इस जानलेवा वेरिएंट से बचने के क्या काम करना है। बता रही हैं मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल की डॉक्टर अंजु गुप्ता।
कोरोना के डेल्टा वेरिएंट को अभी तक सबसे खतरनाक माना जा रहा है। कोरोनी की तीसरी लहर की आशंका के चलते इस वेरिएंट ने दुनियाभर को चिंता में डाल रखा है। इस बीच ब्रिटेन के वैज्ञानिकों ने एक रिसर्च के बाद दावा किया है फाइजर टीका डेल्ट वेरिएंट पर 88% असरकारक है।