आईएमए के रिसर्च में शामिल 5,971 लोगों में से 2,383 ने बूस्टर डोज ली थी। इनमें से 30 प्रतिशत को कोविड-19 की तीसरी लहर के दौरान कोरोना संक्रमण हुआ। रिसर्चर्स ने निष्कर्ष निकाला कि दूसरी डोज के बाद बूस्टर के लिए लंबे अंतराल के कारण संक्रमण की संभावना अधिक थी। इसके अलावा, छह महीने के अंतराल से पहले तीसरी डोज देने से संक्रमण दर में कोई फर्क नहीं पड़ा।