दिल्ली और एनसीआर क्षेत्र में भूकंप के झटके रात पौने बारह बजे के आसपास आई है। अचानक से तेज झटकों से लोग दहशत में आ गए।
दिल्ली और एनसीआर क्षेत्र में प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए यह कदम उठाया जा रहा है।
दिल्ली प्रदूषण कंट्रोल कमेटी ने करीब 31 स्थानों पर दिवाली की रात साउंड पॉल्यूशन का डाटा तैयार किया है। इसमें करोल बाग सबसे ज्यादा ध्वनि प्रदूषण रहा जबकि नजफगढ़ में सबसे कम रहा।
दो दिन पहले भी नेपाल में 6.4 तीव्रता के साथ भूकंप आया था। इस जलजला में कम से कम 157 लोगों की जान चली गई थी।
नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार, भूकंप का केंद्र नेपाल रहा और यहां 6.4 तीव्रता रिक्टर स्केल से झटके महसूस किए गए।
नेपाल रविवार सुबह भूकंप के झटके से दहल गया। इसकी तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 6.1 थी। भूकंप के झटके दिल्ली-एनसीआर तक महसूस किए गए।
मंगलवार दोपहर दिल्ली-एनसीआर में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए हैं। काफी देर तक धरती हिलती रही और लोग घरों-आफिस से बाहर निकल गए।
वैज्ञानिकों के अनुसार भूकंप के झटके, भारत-पाकिस्तान के विभिन्न क्षेत्रों में महसूस हुए हैं। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी ने बताया कि यह भूकंप शनिवार रात 9.31 बजे आया था।
मौसम विभाग ने कई राज्यों में हीट वेव की चेतावनी दी है। मौसम विभाग के अनुसार कई देश के ज्यादातर हिस्सों में दिन का तापमान 40 डिग्री सेल्सियस को पार कर गया है, जो कि आने वाले दिनों में और बढ़ेगा।
देश की राजधानी में एक बार फिर धरती डोली है। नेपाल में रहे इस भूकंप केंद्र की वजह से दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। बीते मंगलवार की देर रात में दिल्ली में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए थे।