बीजेपी राष्ट्रवाद और हिंदुत्व के मुद्दे के सहारे दिल्ली की जंग को फतह करना चाहती है। बीजेपी सीएए और एनआरसी मुद्दे आम आदमी पार्टी को घेर रही है, लेकिन केजरीवाल बीजेपी के इस ट्रैप में फंसने के बजाय दिल्ली के बिजली-पानी के मुद्दो पर ही रहना चाहते हैं।