वैज्ञानिकों ने पिछले अध्ययन में देखा था की भारत में कोविड -19 की दूसरी लहर मुख्य रूप से अल्फा और डेल्टा वेरिएंट द्वारा संचालित थी। लेकिन जनमानस में, इस विनाशकारी लहर के दौरान सामान्य आबादी के व्यवहार का अध्ययन नहीं किया गया था।
लखनऊ के बाहरी इलाके इमालिया पुरवा में कोविड महामारी के चलते एक यादव परिवार 24 दिनों में उजड़ गया। इस परिवार के आठ लोग 24 दिनों में दुनिया को अलविदा कहकर चले गए। इस दौरान सभी ऑक्सीजन की कमी से हांफते हुए दम तोड़ दिया।
दूसरी लहर की भयानक स्मृतियों को जेहन में संजोए यह देश एक बार फिर भयानक स्वास्थ्य संकट से गुजर सकता है। फिलहाल देश में ओमीक्रोन के अधिकारिक संख्या 1500+ है लेकिन अनुमान है कि यह संख्या दस गुना अधिक हो सकती है।
दिल्ली ने 2021 में व्यक्तिगत कारों की बिक्री में 19.1 फीसदी की वृद्धि दर्ज की और पिछले साल वाहन पंजीकरण में 8.1 फीसदी की समग्र वृद्धि दर्ज की।
प्रश्नकाल के दौरान कांग्रेस MLC दीपक सिंह द्वारा पूछे गए एक सवाल पर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह ने कहा कि प्रदेश में कोरोना महामारी की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन की कमी से किसी भी व्यक्ति की मौत की सूचना नहीं है।
पंजाब एकमात्र राज्य था जिसने केंद्र को ऑक्सीजन की कमी के कारण संदिग्ध मौतों के बारे में सूचित किया है।
केरल में पिछले 8 हफ्तों में औसत डेली न्यू टेस्ट में लगभग 13 प्रतिशत की गिरावट देखी गई है। औसत दैनिक नए टेस्ट 1,11,000 से घटकर 96,500 रह गए हैं।
नीति आयोग के सदस्य डॉक्टर वीके पॉल ने जोर देकर कहा, हम तब तक सुरक्षित नहीं हैं जब तक पूरा देश सुरक्षित नहीं है। लेकिन उन्होंने ऐसा बयान क्यों दिया। आइए जानने की कोशिश करते हैं।
कोरोना संक्रमण से जारी लड़ाई की दिशा में एक नया कदम आगे बढ़ गया है। गर्भवती महिलाओं के वैक्सीनेशन के लिए कोविन ऐप में रजिस्ट्रेशन की सुविधा उपलब्ध हो गई है। पिछले हफ्ते ही स्वास्थ्य मंत्रालय ने इससे जुड़ी गाइडलाइन जारी की थी।
इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च(ICMR) ने एक स्टडी की है। इसमें बताया गया है कि कोरोना की दूसरी लहर गर्भवती महिलाओं और नवजात बच्चों की मांओं के लिए अधिक खतरनाक है। ICMR ने इससे बचने इन महिलाओं के वैक्सीनेशन पर जोर दिया है।