18 अक्टूबर, बुधवार को अनुराधा नक्षत्र पूरे दिन रहेगा, जिससे सौम्य नाम का शुभ योग बनेगा। इसके अलावा इस दिन आयुष्मान और सौभाग्य नाम के 2 अन्य शुभ योग भी रहेंगे। इस दिन राहुकाल दोपहर 12:11 से 01:37 तक रहेगा।
Navratri 2023 Devi: धर्म ग्रंथों के अनुसार, नवरात्रि का चौथा दिन देवी कूष्मांडा को समर्पित रहता है। इस दिन की मुख्य देवी यही हैं। इस बार 18 अक्टूबर, बुधवार को इनकी पूजा की जाएगी। जानें पूजा विधि, मंत्र आरती सहित पूरी डिटेल…
chaitra navratri 2023: चैत्र नवरात्रि के चौथे दिन देवी कूष्मांडा की पूजा की जाती है। इनकी पूजा से लंबी उम्र और अच्छी सेहत की प्राप्ति होती है। इन देवी का रूप बहुत ही सौम्य है। देवी कूष्मांडा को भूरे कद्दू की बलि अति प्रिय है।
29 सितंबर, गुरुवार को विशाखा नक्षत्र दिन भर रहेगा। गुरुवार और विशाखा नक्षत्र के योग से वर्धमान नाम का शुभ योग इस दिन बनेगा। इसके अलावा प्रीति योग भी इस दिन रहेगा। राहुकाल दोपहर 01:46 से 03:15 तक रहेगा।
Devi Kushmanda: शारदीय नवरात्रि के चौथे दिन देवी दुर्गा के कूष्मांडा स्वरूप की पूजा की जाती है। इस बार ये तिथि 29 अप्रैल, गुरुवार को है। धर्म ग्रंथों के अनुसार, मां कूष्मांडा ने अपने पेट से ब्रह्मांड को उत्पन्न किया है, इसलिए इनका नाम कूष्मांडा है।
वीडियो डेस्क। नवरात्रि के पावन दिनों में मां शक्ति के अलग-अलग रूपों की पूजा की जाती है। नवरात्रि के चौथे ने देवी कूष्मांडा की पूजा की जाती है। माता के पूजन का विधान बेहद सरल है। माता सिर्फ नाम लेने से ही अपने भक्तों के डर और भय का नाश करती हैं।
इस बार नवरात्रि (Shardiya Navratri 2021) में चतुर्थी और पंचमी का संयोग बन रहा है, जो 10 अक्टूबर, रविवार को है ( तिथियों को लेकर ज्योतिषियों में मतभेद है)। इस दिन चतुर्थी तिथि की देवी कूष्मांडा और पंचमी तिथि की देवी स्कंदमाता दोनों की ही पूजा की जाएगी।
शारदीय नवरात्रि के चौथे दिन (20 अक्टूबर) की प्रमुख देवी मां कूष्मांडा हैं। मां दुर्गा के इस चतुर्थ रूप कूष्मांडा ने अपने उदर से अंड अर्थात ब्रह्मांड को उत्पन्न किया। इसी वजह से दुर्गा के इस स्वरूप का नाम कूष्मांडा पड़ा।
शारदीय नवरात्रि के चौथे दिन (2 अक्टूबर) की प्रमुख देवी मां कूष्मांडा हैं। मां दुर्गा के इस चतुर्थ रूप कूष्मांडा ने अपने उदर से अंड अर्थात ब्रह्मांड को उत्पन्न किया। इसी वजह से दुर्गा के इस स्वरूप का नाम कूष्मांडा पड़ा।
चैत्र नवरात्रि (Chaitra Navratri 2022) के चौथे दिन देवी कूष्मांडा (Goddess Kushmanda) की पूजा की जाती है। इस बार ये तिथि 5 अप्रैल, मंगलवार को है। ये माता दुर्गा का चौथा स्वरूप है। धर्म ग्रंथों के अनुसार, मां कूष्मांडा ने अपने पेट से ब्रह्मांड को उत्पन्न किया है।