विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर नम्मा बेंगलुरु फाउंडेशन (Namma Bengaluru Foundation) ने रविवार को एचपी के साथ मिलकर लालबाग बॉटनिकल गार्डन में क्लीनथॉन का आयोजन किया।
नम्मा बेंगलुरु फाउंडेशन (Namma Bengaluru Foundation) ने 50 से अधिक स्वयंसेवकों के साथ सफाई अभियान चलाया। इस दौरान स्वयंसेवकों ने डोड्डनकुंडी झील के पास के तीन किलोमीटर इलाके में 15 बैग कचरा इकट्ठा किया।
यहां विभिन्न पक्षियों, पक्षियों के घोंसले, तितलियों के साथ उन्हें मोर भी देखने को मिला। उन्होंने इस क्षेत्र में पक्षियों की कुछ लुप्तप्राय प्रजातियों को भी पाया। यह क्षेत्र एक जीवंत निवास स्थान बन गया है।
पूरा देश कोरोना के संकट का सामना कर रहा है। ऐसे में नम्मा बेंगलुरु फाउंडेशन ने कोरोना से इस जंग में बेंगलुरु के लोगों की मदद के आगे आने का फैसला किया है। फाउंडेशन राशन किट से लेकर पीपीई किट, मास्क सैनिटाइजर तक लोगों को बांट रहा है।
देश कोरोना की दूसरी लहर से जूझ रहा है। कर्नाटक का बेंगलुरु देश के सबसे संक्रमित शहरों में से एक हैं। यहां अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी की खबरें भी सामने आ रही हैं। ऑक्सीजन की कमी और कोरोना मरीजों को इसकी जरूरत को देखते हुए नम्मा बेंगलुरु फाउंडेशन मदद के लिए आगे आया है।
कोविड मरीजों की जिंदगियों को बचाने के लिए नम्मा बेंगलुरू फाउंडेशन ने ऑक्सीजन कंसेन्ट्रेटर देकर मदद अभियान शुरू किया है। फाउंडेशन के संस्थापक ट्रस्टी व सांसद राजीव चंद्रशेखर ने 15 ऑक्सीजन कंसेन्ट्रेटर्स को सांसद तेजस्वी सूर्या को डोनेट किया। एमपी तेजस्वी सूर्या फाउंडेशन के सदस्यों के साथ मिलकर ऐसे कोविड पाॅजिटिव मरीजों की मदद करेंगे जिनको ऑक्सीजन की आवश्यकता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी जान दांव पर लगाकर कोरोना से जंग लड़ रहे लोगों का उत्साहवर्धन करने की अपील की थी। हालांकि, इसके बावजूद कोरोना से सीधे तौर पर जंग लड़ रहे हेल्थ वर्कर और अन्य कर्मियों को तमाम तरीके की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।