Durga Chalisa Lyrics In Hindi: इन दिनों चैत्र नवरात्रि का पर्व चल रहा है। 17 अप्रैल, बुधवार को चैत्र नवरात्रि की अंतिम तिथि रहेगी और इसी दिन इसका समापन भी हो जाएगा। ये तिथि पूजा, उपाय आदि के लिए बहुत खास है।
हिंदू पंचांग के अनुसार, एक साल में 4 नवरात्रि मनाई जाती है। इनमें से 2 प्रकट और 2 गुप्त नवरात्रि (Gupt Navratri 2022) होती है। हिंदू वर्ष की पहली गुप्त नवरात्रि आषाढ़ मास के शुक्ल प्रतिपदा से नवमी तिथि तक मनाई जाती है।
हिंदू पंचांग के अनुसार, एक साल में 4 नवरात्रि मनाई जाती है। इनमें से 2 गुप्त नवरात्रि होती है और 2 प्रकट। साल की सबसे पहली नवरात्रि चैत्र शुक्ल प्रतिपदा से नवमी तिथि तक मनाई जाती है। चैत्र नवरात्रि (Chaitra Navratri 2022) से ही हिंदू नववर्ष का आरंभ भी होता है। इस बार चैत्र नवरात्रि 2 से 10 अप्रैल तक मनाई जाएगी।
14 अक्टूबर, गुरुवार को शारदीय नवरात्रि (Shardiya Navratri 2021) का अंतिम दिन है। इस दिन नवरात्रि का समापन होता है और हवन आदि शुभ कार्य किए जाते हैं। ये तिथि नवरात्रि की सबसे खास होती है, क्योंकि इस दिन देवी सिद्धिदात्री की पूजा की जाती है।
नवरात्रि (Shardiya Navratri 2021) के तीसरे दिन मां दुर्गा के चंद्रघंटा (Goddess Chandraghanta) स्वरूप की पूजा की जाती है। इस बार ये तिथि 9 अक्टूबर, शनिवार को है। मां चंद्रघंटा के मस्तक पर घंटे के आकार का अर्धचंद्र सुशोभित है। इसी कारण इन्हें चंद्रघंटा के नाम से जाना जाता है।
इन दिनों शारदीय नवरात्रि (Shardiya Navratri 2021) का पर्व चल रहा है, जो 14 अक्टूबर तक मनाया जाएगा। इन दिनों में तंत्र-मंत्र व ज्योतिषिय उपाय करने से बहुत ही जल्दी शुभ फलों की प्राप्ति होती है। इसलिए नवरात्रि (Shardiya Navratri 2021) में लोग गुप्त साधना करते हैं।
इस बार माघ मास की गुप्त नवरात्रि का प्रारंभ 12 फरवरी, शुक्रवार से हो चुका है, जो 21 फरवरी, रविवार तक रहेगी। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार गुप्त नवरात्रि में किए गए कुछ विशेष उपायों से आपकी कई मनोकामनाएं पूरी हो सकती हैं।
22 जून, सोमवार से आषाढ़ मास की गुप्त नवरात्रि आरंभ हो चुकी है, जो 29 जून तक रहेगी। धर्म ग्रंथों के अनुसार, ये नवरात्रि तंत्र-मंत्र व मनोकामना पूर्ति के लिए किए जाने वाले टोने-टोटके के लिए विशेष मानी गई है।
22 जून से आषाढ़ मास की गुप्त नवरात्रि का आरंभ हो चुका है, जिसका समापन 29 जून को होगा। मान्यता है कि गुप्त नवरात्रि में किए गए उपाय जल्दी ही शुभ फल प्रदान कर सकते हैं।
आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से नवमी तिथि तक गुप्त नवरात्रि का पर्व मनाया जाता है। इस बार ये पर्व 22 जून, सोमवार से 29 जून तक मनाया जाएगा।