केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने विपक्षी दलों पर जमकर बरसे। उन्होंने CAA को लेकर बात करते हुए कहा कि नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) मुसलमानों के खिलाफ नहीं है।
नागरिकता संशोधन अधिनियम यानी CAA 11 मार्च से पूरे देश में लागू हो चुका है। केंद्र सरकार ने इसके लिए नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। इसके तहत अब पड़ोसी देशों पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान के 6 अल्पसंख्यक समुदाय को भारत की नागरिकता मिल सकेगी।
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CAA 11 दिसंबर, 2019 को संसद द्वारा पारित किया गया था और अगले दिन अधिसूचित किया गया था। केंद्र सरकार ने अभी तक अधिनियम के लिए नियम नहीं बनाए हैं। हालांकि पूर्वोत्तर राज्यों सहित विभिन्न क्षेत्रों से मुखर मांग की गई है। शाह ने कहा है कि विपक्षी दलों के जोरदार विरोध के बावजूद सीएए को लागू किया जाएगा।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने पश्चिम बंगाल में कहा कि कोविड महामारी (Covid pandemic) खत्म होने के बाद नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) लागू किया जाएगा।
नागरिकता संशोधन कानून (CAA) 2019 में संसद से पारित हो चुका है, इसके बाद भी यह देश में लागू नहीं हो पाया है। इसके तहत पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश में प्रताड़ित अल्पसंख्यक हिंदू, जैन, सिख, पारसी और ईसाइयों को भारत की नागरिकता दी जाएगी।
दिल्ली की कोर्ट ने मंगलवार को जामिया मिल्लिया इस्लामिया के छात्र आसिफ इकबाल तन्हा की जमानत याचिका खारिज कर दी। कोर्ट ने कहा, नागरिक संशोधन विधेयक की आड़ में किया गया आंदोलन में हिंसा समेत अन्य गतिविधियां भी जुड़ी थीं, जिससे यह पता चलता है कि इसका उद्देश्य भारत के खिलाफ असंतोष पैदा करना था।
डीसीपी (जोन II) राजकुमार शिंदे ने बताया, ‘‘देश में मौजूदा स्थिति पर गौर करते हुए पुलिस ने आयोजकों को पत्र भेजकर उनसे जनसभा को टालने का अनुरोध किया था और आयोजक इस अनुरोध पर राजी हो गए।’’
नागरिकता कानून को लेकर देशभर में विरोध जताया जा रहा है। कोई इस कानून के सपोर्ट में अपनी राय रख रहा है तो को विरोध जता रहा है। दिल्ली के जामिया में काफी हिंसा भी हुई थी। इसके साथ ही शाहीन बाग में पिछले ढाई महीने से महिलाएं विरोध प्रकट कर रही हैं और आंदोलन पर बैठी हैं।
भारत के संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) और प्रस्तावित राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) पर चिंताओं के बीच संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंतोनियो गुतारेस ने कहा कि जब किसी नागरिकता कानून में बदलाव होता है तो किसी की नागरिकता न जाए, इसके लिए सबकुछ करना जरूरी है