वायुसेना दिवस पर ‘परशुराम’ ने प्रयागराज में उड़ान भरी। केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने इस ऐतिहासिक विमान का संरक्षण कराया था और वायुसेना को समर्पित किया था।
22 अप्रैल को भगवान विष्णु के छठवें अवतार भगवान परशुराम की जयंती मनाई जा रही है। ऐसे में आप उनके इन 10 अनमोल विचार से अपने जीवन को चरितार्थ कर सकते हैं।
Parshuram Jayanti 2023: इस बार भगवान परशुराम की जयंती 22 अप्रैल, शनिवार को मनाई जाएगी। भगवान परशुराम को अति क्रोधी कहा जाता है। उन्होंने क्रोध में आकर कई बार धरती से क्षत्रियों का सर्वनाश कर दिया था। उनके क्रोध से सभी डरते थे।
22 अप्रैल, शनिवार को कृत्तिका नक्षत्र होने से ध्वजा और इसके बाद रोहिणी नक्षत्र होने से श्रीवत्स नाम के 2 शुभ योग बनेंगे। इनके अलावा आयुष्मान, सौभाग्य, त्रिपुष्कर, सवार्थसिद्धि और अमृतसिद्धि नाम के 5 अन्य शुभ योग भी इस दिन रहेंगे।
Parshuram Jayanti 2023: इस बार परशुराम जयंती का पर्व 22 अप्रैल, शनिवार को मनाया जाएगा। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, जब धरती पर क्षत्रियों का अत्याचार काफी बढ़ गया तब भगवान विष्णु ने परशुराम का अवतार लेकर क्षत्रियों का नाश किया था।
यूपी के महोबा के जिला सूचना अधिकारी ने परशुराम जयंती के दिन भगवान परशुराम पर सोशल मीडिया में आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। जिसके बाद से प्रेस क्लब और ब्रह्माणों ने विरोध जताया है और मुकदमा लिखने की मांग भी की है।
भगवान परशुराम के जन्मोत्सव यानि अक्षय तृतीया पर राजधानी भोपाल के प्राचीन गुफा मंदिर में मध्यप्रदेश की सबसे बड़ी भगवान परशुराम की प्रतिमा का अनावरण किया जा रहा है। इस मौके पर सीएम शिवराज सिंह चौहान समेत कई राजनेता मौजूद रहेंगे।
भगवान विष्णु ने धर्म की रक्षा के लिए कई अवतार लिए। इनका छठा अवतार परशुराम के रूप में था। भगवान परशुराम से जुड़ी कई कथाएं धर्म ग्रंथों में मिलती है। परशुराम इतने क्रोधी थे कि अपने पिता की हत्या का बदला लेने के लिए उन्होंने 21 बार धरती से क्षत्रियों का नाश कर दिया था।
वैसाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को भगवान परशुराम (Parshuram Jayanti 2022) की जयंती मनाई जाती है। इस बार ये तिथि 3 मई, मंगलवार को है। इन्हें भगवान विष्णु का छठा अवतार कहा जाता है।
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में जारी बिजली संकट के बीच त्योहारों को लेकर अफसरों को निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि ईद, अक्षय तृतीया और परशुराम जयंती के अवसर पर राज्य में बिजली की आपूर्ति सुचारू रखें।