Aaj ka Panchang: 20 मार्च, बुधवार को आमलकी एकादशी का व्रत किया जाएगा। बुधवार को पुष्य नक्षत्र होने से मातंग नाम का शुभ योग बनेगा। इसके अलावा इस दिन अतिगण्ड और सुकर्मा नाम के 2 अन्य योग भी रहेंगे।
Aaj Ka Panchang: 22 फरवरी, गुरुवार को विश्वकर्मा पूजा की जाएगी। इस दिन पुष्य नक्षत्र होने से शुभ और इसके बाद आश्लेषा नक्षत्र होने से अमृत नाम के 2 शुभ योग रहेंगे। इनके सर्वार्थसिद्धि, अमृतसिद्धि, गुरु पुष्य, सौभाग्य और शोभन नाम के 5 योग भी रहेंगे।
2 दिसंबर, शनिवार को पहले पुष्य नक्षत्र होने से मित्र और आश्लेषा नक्षत्र होने से मानस नाम के 2 शुभ योग रहेंगे। इनके अलावा इस दिन ब्रह्म और इंद्र नाम के 2 शुभ योग भी रहेंगे। राहुकाल सुबह 09:35 से 10:55 तक रहेगा।
Pushay Nakshatra 2023: पुष्य नक्षत्र की खरीदी के लिए बहुत ही शुभ माना जाता है। मान्यता है कि इस नक्षत्र में खरीदी गई चीजें शुभ फल प्रदान करती हैं। इस बार पुष्य नक्षत्र 2 दिन रहेगा। ये दोनों ही दिन खरीदी के शुभ रहेंगे।
Aaj Ka Panchang: 4 नवंबर शनिवार को पुष्य नक्षत्र दिन भर रहेगा, जिससे मित्र नाम का शुभ योग बनेगा। इस दिन राहुकाल सुबह 09:23 से 10:47 तक रहेगा। रात को शनि वक्री से मार्गी हो जाएगा।
Pushya Nakshatra 2023 Kab Hai: इस बार दीपावली से पहले 1 नहीं बल्कि 2 दिन पुष्य नक्षत्र का संयोग बन रहा है। खास बात ये है कि दोनों दिन खरीदी के लिए बहुत शुभ रहेंगे। आगे जानिए कब है पुष्य नक्षत्र और खरीदी के शुभ मुहूर्त के बारे में?
Kab Hai Pushay Nakshtra 2023: वैसे तो पुष्य नक्षत्र हर महीने आता है, लेकिन इन सभी में दीपावली से पहले आने वाले पुष्य नक्षत्र को सबसे खास माना गया है। खरीदी के लिए लोगों को इस दिन का खास तौर पर इंतजार रहता है।
7 अक्टूबर, शनिवार को पुनर्वसु नक्षत्र होने से छत्र और इसके बाद पुष्य नक्षत्र होने से मित्र नाम का शुभ योग बनेगा। इनके अलावा इस दिन शिव और सिद्ध नाम के 2 अन्य योग भी रहेंगे। इस दिन राहुकाल सुबह 09:19 से 10:47 तक रहेगा।
18 जुलाई, मंगलवार से सावन का अधिक मास शुरू हो जाएगा। इस दिन श्रावण अधिक मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि पूरे दिन रहेगी। इस दिन पुष्य नक्षत्र होने से वर्धमान नाम का शुभ योग बनेगा। राहुकाल सुबह 03:52 से 05:31 तक रहेगा।
Mangala Gauri Vrat 2023: 18 जुलाई, मंगलवार को मंगला गौरी व्रत किया जाएगा। ये इस बार का तीसरा मंगला गौरी व्रत रहेगा। इस दिन कई शुभ योग बनेंगे, जिसके चलते इसका महत्व और भी ज्यादा हो गया है। इसी दिन से सावन का अधिक मास शुरू होगा।