सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस वीडियो में फॉसिल रिकॉर्ड का एक नजारा कैद हुआ है। इस वीडियो को जिसने भी देखा, हैरान रह गया। यह वीडियो जंगल में रिकॉर्ड किया गया है। इसमें पेड़-पौधों को मूवमेंट करते देखा जा रहा है।
कोरोना महामारी के दौरान कावेरी कॉलिंग अभियान ने तमिलनाडु और कर्नाटक में किसानों को रिकॉर्ड 2.1 करोड़ पेड़ लगाने में सक्षम बनाया। दोनों राज्यों के 1,25,000 किसानों ने अपनी जमीन पर पेड़ आधारित खेती को अपनाया है।
श्रावण (सावन) मास का महत्व कई धर्म ग्रंथों में बताया गया है। ये भगवान शिव का प्रिय महीना भी है। शिव पुराण में कहा गया है कि सावन मास में भगवान शिव की आराधना के साथ ही पूज्य पेड़-पौधे लगाने और उनका दान करने से देवताओं का साथ-साथ हमारे पितृ भी प्रसन्न होते हैं।
25 मई से शुरू हुआ नौतपा 3 जून तक रहेगा। इस दौरान ज्येष्ठ महीने के शुरुआती दिन रहेंगे। ग्रंथों में बताया गया है कि जब सूर्य रोहिणी नक्षत्र में होता है तो इसके शुरूआती 9 दिन बहुत ही खास होते हैं। इसे नौतपा कहते हैं।
हिंदू धर्म में वृक्षों को देवता स्वरूप माना गया है। कुछ पौधे ऐसे भी होते हैं जिन्हें रोपने से, जल चढ़ाने से व पूजा करने से समस्याओं का समाधान हो सकता है।
जावड़ेकर ने मोदी की रैली के लिए पेड़ों की कटाई का किया बचाव। उन्होंने कहा,‘‘मोदी की रैली के लिए पेड़ों को काटे जाने पर इतना बवाल क्यूं? पूर्व में भी प्रधानमंत्रियों और अन्य नेताओं की रैलियों के लिए पेड़ काटे जा चुके हैं। पहले इस प्रकार की कोई जागरुकता क्यूं नहीं थी।’’