एक केस में फैसला देते हुए कहा था कि POCSO अधिनियम के तहत हमला और 'एक नाबालिग लड़की का हाथ पकड़ना और उसकी पैंट की ज़िप खोलना' अधिनियम के तहत 'यौन हमला' की परिभाषा के अंतर्गत नहीं आता है।