WHO चीफ टेडरोस एडनोम गेब्रियासिस (Tedros Adhanom Ghebreyesus) ने कोरोना महामारी को लेकर दुनिया को चेतावनी दी है। खासकर, भारत में तीसरी लहर की आशंका जताई है। दुनियाभर में एक हफ्ते के अंदर कोरोना वायरस के 11% केस बढ़ गए हैं।
Third wave Of Covid 19 : भारत में अगले कुछ दिनों में कोरोना की तीसरी लहर आ सकती है। कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय के प्रोफेसर कट्टूमन ने देश में बढ़ते हुए मामलों को देखते हुए अलर्ट किया है कि अगले हफ्ते तक यहां मरीजों की संख्या बहुत तेजी से बढ़ेगी।
भारत में अब तक ओमिक्रॉन से संक्रमित दो मरीज मिले हैं, लेकिन ऐसे मरीजों की संख्या बढ़ने का खतरा मंडरा रहा है। एक शीर्ष वैज्ञानिक ने आगाह किया है कि ओमिक्रॉन वेरिएंट के चलते भारत में कोरोना की तीसरी लहर आ सकती है।
देश में covid 19 की तीसरी लहर की चेतावनी के बीच बीते दिन नए मामलों में गिरावट देखी गई। केरल में भी कम केस आए। देश में पिछले दिन 30000 के आसपास नए मामले आए। रिकवरी भी 39000 हुई।
एसबीआई की रिपोर्ट में ये भी बताया गया है कि भारत में दूसरी लहर 7 मई को चरम पर थी। दूसरी लहर अप्रैल में भारत में आई और मई में चरम पर पहुंच गई, जिससे दिल्ली, महाराष्ट्र, केरल और अन्य राज्यों के हजारों परिवार को प्रभावित किया।
भारत में मिले कोरोनावायरस के डबल म्यूटेंट स्ट्रेन B.1.617.2 को ही विश्व स्वास्थ्य संगठन ने डेल्टा नाम दिया है। B.1.617.2 में एक और म्यूटेशन K417N हुआ है, जो इससे पहले कोरोनावायरस के बीटा और गामा वैरिएंट्स में भी मिला था। नए म्यूटेशन के बाद बने वैरिएंट को डेल्टा+ वैरिएंट या AY.1 या B.1.617.2.1 कहा जा रहा है।
भारत कोरोना की दूसरी लहर से जूझ रहा है। ऐसे में कहा जा रहा है कि आने वाले समय में कोरोना की तीसरी लहर में बच्चे संक्रमित होंगे। इससे निपटने के लिए केंद्र और राज्य सरकारों ने तैयारी भी शुरू कर दी है। हालांकि, अब तीसरी लहर को लेकर वैज्ञानिकों ने जो दावा किया है, वह राहत भरा है।
देश में वैक्सीनेशन का 100 दिन पूरा हो चुका है। 99 दिनों में 14 करोड़ वैक्सीन लगाकर भारत दुनिया में सबसे तेज गति से कोविड वैक्सीन लगाने वाला देश बन चुका है। शनिवार को देशभर में वैक्सीन की 25.36 लाख से अधिक खुराक देने के साथ 14 करोड़ 9 लाख 16 हजार 417 डोज का रिकार्ड दिया जा चुका है। तेज गति से टीकाकरण के बावजूद देश में अभी 10 प्रतिशत को ही वैक्सीन दिया जा सका है। जबकि विशेषज्ञों का मानना है कि कोरोना की तीसरी वेव को रोकने लिए 70 प्रतिशत आबादी को वैक्सीन लगना जरूरी है।