सुरक्षा बलों ने बताया कि एके-47, इंसास राइफल्स, पिस्तौल सहित काफी गोला-बारूद कब्जा में लिया गया है। मारे गए माओवादी नेता शंकर राव पर सरकार ने 25 लाख का इनाम घोषित कर रखा था।
सोमवार को लंदन में हाउस ऑफ पार्लियामेंट के परिसर में ब्रिटिश सांसदों से बातचीत की।
साल 2021 में छत्तीसगढ़ के बीजापुर में माओवादियों द्वारा हमला कर 22 पुलिसकर्मियों की हत्या के मामले में NIA ने बड़ी कार्रवाई की है। NIA ने मुखबिर की सूचना पर इस एनकाउंटर में शामिल एक महिला माओवादी को गिरफ्तार किया है।
झारखंड और छत्तीसगढ़ से नक्सलियों से जुड़ीं दो बड़ी खबरें सामने आई हैं। छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में गणतंत्र दिवस के एक दिन पहले 10 नक्सलियों ने सरेंडर किया है, जबकि झारखंड में 48 पुलिसवालों का हत्यारा माओवादी अरेस्ट किया गया है।
झारखंड की राजधानी रांची की ठाकुरगांव में सोमवार की देर रात माओवादी और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ हुई। दोनो के बीच हुए एनकाउंटर में पीएलएफ आई का एरिया कमांडर मारा गया है। कल रात के बाद आज यानि मंगलवार की सुबह से सर्च ऑपरेशन जारी है।
जल्द ही और बड़ी संख्या में लोग प्रेरित होकर आम जीवन जीने के लिए लौटेंगे। इस साल 12 जून को करीब 50 सक्रिय माओवादी समर्थकों ने यहां ओडिशा के पुलिस महानिदेशक एस के बंसल के समक्ष आत्मसमर्पण किया था।
नकस्लवाद की समस्या से ग्रस्त झारखंड में दिवाली से पहले पुलिस को नक्सलवादी समस्या पर बड़ी सफलता हाथ लगी है। गुरुवार के दिन पुलिस द्वारा की गई कार्यवाही में प्रतिबंधित संगठन सीपीआई का सब जोनल कमांडर पकड़ाया है। इसके पास जिंदा कारतूस और राइफल बरामद हुई है।
नक्सलियों और माओवादियों से संबंध और देशद्रोह के आरोप में सजा काट रहे दिल्ली यूनिवर्सिटी के पूर्व प्रोफेसर जीएन साईबाबा को बॉम्बे हाईकोर्ट ने तत्काल प्रभाव से रिहा करने का आदेश दिया है। कोर्ट की नागपुर बेंच की जस्टिस रोहित देव और जस्टिस अनिल पानसरे की खंडपीठ ने अपने फैसले में ये बात कही।
IED ब्लास्ट के बाद माओवादियों ने जवानों पर फायरिंग भी की। जिसका जवानों ने मुंहतोड़ जवाब दिया है। जवानों और नक्सलियों के बीच करीब 15 से 20 मिनट तक मुठभेड़ चली है। घटना की पुष्टि कांकेर SP शलभ सिन्हा ने की है।
महाराष्ट्र के पुणे के पास भीमा कोरेगांव में एक युद्ध स्मारक के पास जनवरी 2018 में हिंसा भड़की थी। इसके एक दिन पहले एल्गार परिषद का पुणे शहर में सम्मेलन हुआ था। NIA का आरोप है कि संगठन के एक कार्यक्रम में भड़काऊ भाषण दिए गए थे।