7 अक्टूबर, शनिवार को पुनर्वसु नक्षत्र होने से छत्र और इसके बाद पुष्य नक्षत्र होने से मित्र नाम का शुभ योग बनेगा। इनके अलावा इस दिन शिव और सिद्ध नाम के 2 अन्य योग भी रहेंगे। इस दिन राहुकाल सुबह 09:19 से 10:47 तक रहेगा।
श्राद्ध पक्ष (Shradh Paksha 2021) के 16 दिनों में परिवार के मृत लोगों का श्राद्ध कर्म मृत्यु तिथि के आधार पर किया जाता है। लेकिन मृत परिजनों की मृत्यु तिथि याद न रहने पर कुछ विशेष तिथियों पर संबंधित परिजन का श्राद्ध अवश्य करना चाहिए।
19 सितंबर, सोमवार को पहले आर्द्रा नक्षत्र होने से कालदण्ड और उसके बाद पुनर्वसु नक्षत्र होने से धूम्र नाम से 2 अशुभ योग इस दिन बनेंगे। इसके अलावा व्यातिपात और वरियान नाम के 2 अन्य योग भी रहेंगे।
Matru Navami Shradh 2022: आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की नवमी तिथि को मातृ नवमी श्राद्ध किया जाता है। इस बार ये तिथि 19 सितंबर, सोमवार को है। इस दिन मुख्य रूप से सुहागिन अवस्था में मृत हुई महिलाओं का श्राद्ध किया जाता है।