राज्यसभा चुनाव से पहले सरकार की तरफ से लिए गए इस फैसले को विधायकों को खुश करने से जोड़कर देखा जा रहा है। इससे MLA अपने मुताबिक विभागों में ट्रांसफर करवा सकेंगे। लंबे समय से उनकी तरफ से इसकी मांग भी की जा रही थी।
चिकित्सा शिक्षा सेक्टर पर योगी सरकार ने काफी जोर दिया है। इसी कारणवश राज्य के 14 जिलों में मेडिकल कॉलेजों के लिए 2100 करोड़ की व्यवस्था को प्रस्तावित किया गया है। उसमें कुशीनगर, गोंडा, चंदौली, पीलीभीत आदि जिले शामिल है।
Medical Education In abroad : डब्ल्यूएचओ (WHO) के मुताबिक प्रति 1000 की आबादी पर एक डॉक्टर की जरूरत है। इसके मुताबिक भारत की 138 करोड़ जनसंख्या के हिसाब से 1.38 करोड़ डॉक्टर चाहिए। नेशनल हेल्थ प्रोफाइल डाटा के आंकड़ों के अनुसार 2021 तक केवल 12 लाख रजिस्टर्ड मेडिकल प्रैक्टिशनर (RMP) थे। और इस समय भारत में 83,000 MBBS सीटें उपलब्ध हैं। लगभग 16 लाख उम्मीदवार मेडिकल परीक्षा में हर साल शामिल होते हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय मेडिकल एजुकेशन में ओबीसी और ईडब्ल्यूएस कोटे को लेकर आदेश जारी कर दिया है। मंत्रालय की ओर से जारी बयान में बताया गया है कि पीएम मोदी ने सोमवार को हुई बैठक में निर्देश दिया था कि संबंधित केंद्रीय मंत्रालय लंबे समय से लटके पड़े इस मुद्दे का प्रभावी समाधान निकालें।
जेईई मेन 2021 के मई और जून सत्र की स्थगित परीक्षाएं जुलाई और अगस्त में आयोजित की जा सकती हैं। वहीं, नीट यूजी 2021 परीक्षा के लिए आवेदन फॉर्म भी अभी आधिकारिक वेबसाइट पर जारी नहीं किए गए हैं।